facebookmetapixel
1 जनवरी से कम हो सकती हैं CNG, PNG की कीमतें, PNGRB टैरिफ में करेगी बदलावकर्नाटक के चित्रदुर्ग में स्लीपर बस और लॉरी में भयंकर टक्कर, आग लगने से 10 लोग जिंदा जलेStock Market: क्रिसमस के चलते आज शेयर बाजार बंद, BSE-NSE और MCX में नहीं होगी कोई ट्रेडिंगToday’s Weather: कोहरा, सर्दी और जहरीली हवा – क्रिसमस के दिन आज कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?राजधानी की कनेक्टिविटी को नई रफ्तार: दिल्ली मेट्रो के विस्तार पर मुहर, ₹12 हजार करोड़ से ज्यादा होंगे खर्चगोवा से शिमला तक हाउस फुल! साल के अंत में होटल उद्योग ने दिखाई तेजी, दिसंबर में बुकिंग 30% तक बढ़ीकंपनियां डार्क पैटर्न के नए तरीके अपना रहीं, पर उपभोक्ता मंत्रालय की कड़ी नजर: प्रह्लाद जोशीRBI के ₹2 लाख करोड़ OMO ऐलान से बॉन्ड बाजार में भूचाल, 10 साल की यील्ड 6.54% पर फिसलीYear Ender 2025: ट्रंप की सनक, ग्लोबल संकट और युगांतकारी बदलावों का सालहायर इंडिया में 49% हिस्सेदारी लेंगी भारती एंटरप्राइजेज और वारबर्ग पिंकस, स्थानीय उत्पादन और इनोवेशन को मिलेगी रफ्तार

UPI पर निगरानी बढ़ाएगा राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI)

ताकि मुख्य नेटवर्क पर दबाव होने की स्थिति में भविष्य में आने वाली बाधाओं को रोका जा सके।

Last Updated- May 22, 2025 | 11:10 PM IST
UPI

भारत के राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई)  देश के वास्तविक समय भुगतान प्रणाली एकीकृत भुगतान इंटरफेस (यूपीआई)  पर अपनी निगरानी को मजबूत कर रहा है ताकि मुख्य नेटवर्क पर दबाव होने की स्थिति में भविष्य में आने वाली बाधाओं को रोका जा सके।

भुगतान के इस सर्वोच्च निकाय ने बुधवार को प्रकाशित परिपत्र में यूपीआई से जुड़े 10 ऐप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस के इस्तेमाल के लिए संचालन के दिशानिर्देश तैयार किए हैं। इसने भुगतान सेवा प्रदाताओं (पीएसपी) और अधिग्रहण करने वाले ऐसे एपीआईके उपयोग की निगरानी और नियंत्रण करने का निर्देश दिया है।

यह निकाय उपयोग की संख्या पर दर सीमा को लागू भी कर सकता है। एनपीसीआई ने अपने परिपत्र में कहा, ‘इन उपरोक्त दिशानिर्देश का पालन नहीं करने की स्थिति में एनपीसीआई आवश्यक कदम भी उठा सकती है।’

First Published - May 22, 2025 | 10:18 PM IST

संबंधित पोस्ट