मैं 39 साल का डिफेन्स अधिकारी हूं और दो लोग (पत्नी और आठ साल की बेटी) मुझ पर निर्भर हैं।
मैंने जीवन में निवेश और बचत देर से शुरू की है। कृपया मेरे पोर्टफोलियो का आकलन करें और एक आदर्श पोर्टफोलियो का सुझाव दें और बताएं कि मैं कितना निवेश करूं कि मैं अपना लक्ष्य हासिल कर सकूं। – मोहन पुरी
टैक्स बचत के लिए अत्यधिक एलोकेशन
टैक्स बचत की योजनाओं में 2,14,300 रुपए का निवेश एक लाख की कर छूट की सीमा से काफी ज्यादा है। इसके अलावा पीपीएफ में जरूरत से ज्यादा निवेश आपके पोर्टफोलियो को डेट की ओर झुका रहा है।
लिहाजा डेट में आपके बढ़ते निवेश के साथ ही आप कुछ अतिरिक्त रिटर्न भी खो रहे हैं और साथ ही आपका पैसा 15 साल के लिए फंस भी रहा है। इससे आपका पोर्टफोलियो निकट भविष्य के लिए लिक्विड नहीं रह जाता।
अपर्याप्त जीवन बीमा कवर
जीवन की अनिश्चितताओं से निपटने के लिए पर्याप्त जीवन बीमा कवर जरूरी है। जीवन बीमा पॉलिसी कमाने वाले सदस्य के न रहने पर आपके परिवार की वित्तीय जरूरतों को पूरी करती है। आदर्श हालात में जीवन बीमा आपके सालाना पारिवारिक खर्च के दस गुना के बराबर होना चाहिए।
आपको अपना जीवन बीमा कवर बढ़ाने के लिए कुछ मियादी बीमा प्लान लेने चाहिए जो सबसे सस्ते होते हैं और केवल बीमा के उद्देश्य से होते हैं।
इक्विटी में कम आवंटन
आपको अपने असेट एलोकेशन पैटर्न पर काम करना चाहिए और आपको अपने पोर्टफोलियो को नियमित रूप से रीबैलेंस करना चाहिए। 39 साल की उम्र में सही है और आदर्श स्थिति में आपके पोर्टफोलियो का 50-60 फीसदी हिस्सा इक्विटी में हो सकता है।
जैसे जैसे आप अपने लक्ष्य के नजदीक पहुंचें, आपको अपना इक्विटी एलोकेशन घटाते रहना चाहिए और डेट की ओर बढना चाहिए जिससे कि आप बाजार के अचानक उतार चढ़ाव से होने वाले जोखिम से बच सकें। अगले पांच साल में आपको जितनी नकदी की जरूरत होगी, उसे किसी सुरक्षित जगह लगाना चाहिए जैसे बैंक एफडी या डेट फंड।
पोर्टफोलियो कंसॉलिडेशन
आपका ज्यादातर निवेश चार या पांच स्टार वाले फंडों में है जो बहुत सकारात्मक हैं। ये फंड अपनी कैटगरी में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं। लेकिन पोर्टफोलियो में आपको अपने फंडों की संख्या सीमित रखनी चाहिए और उन फंडों से दूर रहना चाहिए जिनका पिछला प्रदर्शन खराब रहा है।
किसी फंड में थोडी सी रकम डालने से बचना चाहिए क्योकि इससे फंडों की संख्या बढ़ती है लेकिन पोर्टफोलियो के प्रदर्शन पर खास असर नहीं डाल पाती। नए फंडों में निवेश से बचा जाना चाहिए था, जैसे आपने आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल टारगेट रिटर्न्स फंड में निवेश किया है, क्योंकि इन फंडों का कुछ पता नहीं होता कि ये कैसा प्रदर्शन करेंगे।
लक्ष्य पाना
आपके वित्तीय लक्ष्यों के लिए, आपके वेतन को देखते हुए हर महीने निवेश की रकम काफी ज्यादा होनी चाहिए। हम यह मान कर चल रहे हैं कि आपकी बेटी की शादी 23 साल की उम्र में होगी जब वह स्कूल के बाद पांच साल की अपनी पढ़ाई पूरी कर लेगी और यही वह वक्त होगा जब आप रिटायर हो रहे होंगे।
सालाना छह फीसदी की महंगाई दर को मानते हुए, 20 हजार रुपए खर्च उस समय 48 हजार रुपए का हो चुका होगा। आपके रिटायरमेंट के बाद की इनकम, बेटी की शादी, तोहफे आदि के लिए मौजूदा बैंक एफडी, म्युचुअल फंड और पीपीएफ के निवेश के साथ आपको हर महीने 41,500 रुपए का निवेश करना होगा।
इससे आपका धन कोष 1.77 करोड़ रुपए का हो जाएगा, इसे सात फीसदी की दर से निवेश किया गया तो यह अगले 25 साल के लिए 48,000 रुपए महीने की कमाई दे सकेगा। हालांकि अगर आप अपना रिटायरमेंट 60 साल की उम्र तक टाल सके तो इस लक्ष्य के लिए आपको हर महीने 25,200 रुपए का निवेश करना होगा ताकि रिटायरमेंट के बाद अगले बीस साल के लिए आपको ऐसी ही कमाई मिल सके।
आपके मौजूदा 15 हजार रुपए महीने के निवेश पर हम सुझाव देंगे कि आप पीपीएफ में अपना निवेश 5500 रुपए महीने तक सीमित कर दें और बाकी को इक्विटी फंड में डालें। यह रकम अगर आपके मौजूदा निवेश के साथ नियमित रूप से निवेश की जाती रही तो 15 साल के बाद यह 60 लाख रुपए हो जाएगी।
हम सलाह देंगे कि आप अपने मौजूदा निवेश को लेकर भी अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहें और बाद के सालों में जब भी मौका पड़े निवेश को बढ़ाएं।
