नैशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने यूपीआई ऐप पर ट्रांजेक्शन संबंधित सीमा पर अमल करने के लिए लागू समय-सीमा दो साल तक बढ़ाकर 31 दिसंबर 2026 कर दी गई है। यह लगातार दूसरी बार है जब एनपीसीआई यूपीआई ऐप द्वारा किए जाने वाले लेनदेन की मात्रा पर सीमा लागू करने की समय सीमा आगे बढ़ा रहा है।
इस घटनाक्रम से इस सेगमेंट की बाजार दिग्गजों फोनपे और गूगल पे को राहत मिलने की संभावना है। ये कंपनियां देश में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) लेनदेन का बड़ा हिस्सा प्रबंधित करती हैं। एनपीसीआई द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, नवंबर में फोनपे और गूगल पे ने 47.8 प्रतिशत और 37.02 प्रतिशत यूपीआई लेनदेन प्रोसेस किए। एनपीसीआई ने मौजूदा थर्ड पार्टी ऐप्लीकेशन प्रदाताओं (टीपीएपी) के अनुपालन के लिए समय-सीमा दो अन्य वर्ष तक बढ़ा दी है। यह ऐसे समय में हुआ है जब रियल-टाइम भुगतान प्रणाली में लेनदेन की मात्रा के संदर्भ में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है।
इस साल नवंबर तक यूपीआई ने 155.44 अरब ट्रांजेक्शन दर्ज किए, जो कैलेंडर वर्ष 2023 के 117.58 अरब ट्रांजेक्शन की तुलना में 32.2 फीसदी की वृद्धि है।