इंडिया इंक भले ही अपनी बीमा पॉलिसियों का नवीकरण करवाएं लेकिन उसे बीमा कंपनियों की तरफ से इस बार कोई खास रियायत नहीं दी जा रही है।
बीमा कंपनियां पिछले साल की ही तरह ही इस बार भी रियायत दे रही हैं। चार सरकारी बीमा कंपनियां न्यू इंडिया, नैशनल इंश्योरेंस, यूनाइटेड इंडिया और ओरिएंटल इंश्योरेंस आक्रामक रूप से कंपनियों को बाजार में अपनी हिस्सेदारी बरकरार रखने और टॉपलाइन कारोबार में बढ़ोतरी के लिए प्रेरित कर रही हैं।
इससे पहले सरकारी बैंकों को बड़े परिसंपत्ति आधार और साल्वेन्सी मार्जिन के कारण काफी फायदा मिला था जबकि निजी क्षेत्र की बीमा कंपनियां कारोबार में अपनी हिस्सेदारी को बढाने में भी पीछे नहीं रहना चाहती है और इसके तहत बीमा में साझेदारी के तहत प्रयास तेज किए हैं।
एफएमसीजी क्षेत्र की बड़ी कंपनी यूनिलीवर को बीमा कंपनियों के कंसोर्टियम से बीमा सुरक्षा मिली है। इस कंसोर्टियम में एक सरकारी और चार निजी बीमा कंपनियां शामिल हैं।