गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों और बैंकों की जून 2025 को समाप्त हुई तिमाही (वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही) में ऋण की बिक्री से प्रतिभूतियों का कारोबार सालाना आधार पर नौ प्रतिशत बढ़कर 49,000 करोड़ रुपये हो गया। यह जानकारी एजेंसी क्रिसिल ने दी।
इस अवधि में एनबीएफसी ने कारोबार करने में प्रमुख रहीं। एनबीएफसी ने प्रतिभूतियों के माध्यम से सालाना आधार पर 24 प्रतिशत वृद्धि कर अपना ऋण घटाया। इस क्रम में एनबीएफसी ने नकदी हासिल करने के लिए ऋण को एकजुट कर ढांचागत किया और इसे संभावित खरीदार या निवेशक को बेचा। ऋणदाता पास थ्रू सर्टिफिकेट (पीटीसी) व डायरेक्ट असाइनमेंट (डीए) जारी करके ऋणों का प्रतिभूतिकरण करते हैं।
वित्तीय वर्ष 2026 की पहली तिमाही में एनबीएफसी का मार्केट में योगदान 92 प्रतिशत था जबकि उनका पूरे वित्त वर्ष 2025 में योगदान 74 प्रतिशत था। वित्त वर्ष 24 में प्रतिभूतिकरण की मात्रा 1.9 लाख करोड़ रुपये थी, जबकि वित्त वर्ष 25 में यह 2.4 लाख करोड़ रुपये रही।