facebookmetapixel
पहली छमाही में केंद्र का राजकोषीय घाटा सालाना लक्ष्य का 36.5% पहुंचा: सीजीएStock Market This Week: अक्टूबर में 7 माह की सबसे बड़ी बढ़त, मजबूत Q2 नतीजों और FIIs की वापसी से मिला सहारासर्विसेज नहीं, टेक्नोलॉजी है असली दांव- शंकर शर्मा ने बताया भविष्य का मार्केट ट्रेंडएक साल SIP करने के बाद भी रिटर्न शून्य? जानिए कहां हो रही है गलती8वां वेतन आयोग मंजूर! जल्द बढ़ेगी सैलरी, 1 करोड़ से ज्यादा लोगों को बड़ा फायदाQ2 Results: मारुति सुजुकी का मुनाफा 8% बढ़कर ₹3349 करोड़ हुआ, रेवेन्यू में भी इजाफादुबई और सिंगापुर को टक्कर देने को तैयार भारत की GIFT City! एक्सपर्ट्स ने बताईं अब तक की बड़ी उपलब्धियांहर साल रिटर्न जरूरी नहीं, इक्विटी सबसे लंबी अवधि का एसेट क्लास है: मॉर्गन स्टेनली एमडी रिधम देसाई‘उबाऊ’ बाजार से मत घबराओ, यहीं से शुरू होगी भारत की नई उड़ान – मार्क मैथ्यूजबाजार डगमगाए, मगर निवेश मत रोकिए! फंड गुरुओं ने बताया पैसा बढ़ाने का असली राज

शॉर्ट कवरिंग से 31,000 करोड़ रुपये की सरकारी बॉन्ड नीलामी में दिखी अच्छी मांग

डीलरों ने कहा कि सरकारी बैंकों ने नीलामी में 7.17 फीसदी ब्याज वाले 2030 के बॉन्ड की स्टॉकिंग की

Last Updated- June 23, 2023 | 11:18 PM IST
FPIs started withdrawing from domestic debt market, challenging start for Indian bond market देसी ऋण बाजार से हाथ खींचने लगे FPI, भारतीय बॉन्ड बाजार के लिए चुनौतीपूर्ण शुरुआत

सरकारी बॉन्डों की 31,000 करोड़ रुपये की नीलामी में मजबूत मांग देखी गई और इसकी कटऑफ कीमतें उम्मीद से ज्यादा रहीं क्योंकि ट्रेडरों ने नीलामी में शॉर्ट कवरिंग की। डीलरों ने यह जानकारी दी। ट्रेडर मोटे तौर पर साप्ताहिक स्तर पर नए बॉन्ड की आपूर्ति से पहले शॉर्ट करते हैं ताकि नीलामी में इसकी कवरिंग कर सके।

सरकार ने 2030 में परिपक्व (मैच्योर) होने वाला 7,000 करोड़ रुपये के बॉन्ड की पेशकश 7.17 फीसदी पर, 2036 वाले 12,000 करोड़ रुपये के बॉन्ड 7.41 फीसदी पर, 2063 वाले 12,000 करोड़ रुपये वाले बॉन्ड 7.25 फीसदी पर पेश किए।

भारतीय रिजर्व बैंक ने 2036 में परिपक्व व 7.41 फीसदी ब्याज वाले बॉन्ड की कटऑफ कीमतें 101.90 रुपये तय की जबकि बाजार का अनुमान करीब 101.83 रुपये था।

डीलरों ने कहा कि सरकारी बैंकों ने नीलामी में 7.17 फीसदी ब्याज वाले 2030 के बॉन्ड की स्टॉकिंग की। सरकारी बैंक मोटे तौर पर अपने हेल्ड टु मैच्योरिटी (एचटीएम) पोर्टफोलियो में सात साल वाली प्रतिभूतियां रखते हैं। कुछ डीलरों ने कहा कि कुछ सरकारी बैंकों ने 7.41 फीसदी ब्याज वाले 2036 के बॉन्ड HTM पोर्टफोलियो के लिए खरीदे क्योंकि उन्हें यह स्तर आकर्षक लगा।

Also read: India’s Forex Reserve: भारत में बढ़ रही विदेशी करेंसी, फॉरेक्स रिजर्व बढ़कर 596.098 अरब डॉलर हुआ

एक सरकारी बैंक के डीलर ने कहा, इससे पहले सरकारी बैंक सिर्फ 5 साल, 7 साल और 10 साल वाली प्रतिभूतियां खरीदते थे, लेकिन अब वे 14 साल वाली​ प्रतिभूतियां भी खरीद रहे हैं। इसके अतिरिक्त प्राइमरी डीलरशिप ने नीलामी में 2036 के 7.41 फीसदी ब्याज वाले बॉन्डों के शॉर्ट पोजीशन कवर किए।

First Published - June 23, 2023 | 8:39 PM IST

संबंधित पोस्ट