Ujjivan Small Finance Bank: उज्जीवन स्मॉल फाइनैंस बैंक ने अपने को यूनिवर्सल बैंक में बदलने की पात्रता हासिल कर ली है। बैंक ने पिछले सप्ताहांत में वित्त वर्ष 24 के नतीजे जारी करने के बाद कहा कि इस वित्त वर्ष में यूनिवर्सल बैंक में बदलने की समयसीमा पर बोर्ड फैसला करेगा।
बेंगलूरु मुख्यालय वाले उज्जीवन स्मॉल फाइनैंस बैंक के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्याधिकारी इत्तिरा डेविस ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को फोन पर बताया, ‘हम सभी आंकड़ों के आधार पर योग्य हैं लेकिन हम इसके लिए आनन-फानन में कोई कदम नहीं उठाएंगे। हमने अभी रिवर्स मर्जर पूरा किया है।’
भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में यूनिर्सल बैंक में बदलने के लिए मानदंड घोषित किेए हैं। इस घोषणा ने लघु वित्त बैंक को वैकल्पिक रूप से यूनिवर्सल बैंक में बदलाव का रास्ता पेश किया है। नियामक के मुताबिक दो वर्षों तक लगातार सकल और शुद्ध एनपीए का अनुपात क्रमश: 3 प्रतिशत और 1 प्रतिशत से कम होना योग्यता का मानदंड है।
मार्च 2024 में उज्जीवन एसएफबी का सकल और शुद्ध एनपीए का अनुपात क्रमश 2.1 प्रतिशत और 0.3 प्रतिशत था। यह अनुपात मार्च 2023 में क्रमश 2.6 प्रतिशत और 0.4 प्रतिशत था। डेविस ने कहा, ‘तथ्य यह है कि हम योग्य हैं लेकिन हमें सावधानीपूर्वक आकलन करने की जरूरत है। बोर्ड इस वित्त वर्ष में यूनिवर्सल बैंक में बदलाव के लिए समयसीमा तय करेगा।’
डेविस बैंक से सेवानिवृत्ति की मांग कर चुके हैं और उन्हें इसकी अनुमति मिल चुकी है। अब 1 जुलाई, 2024 से प्रबंध निदेशक (MD) एवं मुख्य कार्याधिकारी (CEO) का दायित्व संजीव नौटियाल संभालेंगे।
यूनिवर्सल बैंक में बदलाव के मानदंडों पर आरबीआई ने कहा कि एसएफबी के ऋण पोर्टफोलियो के विविधीकरण को प्राथमिकता दी जाएगी। उज्जीवन एसएफबी सहित कई एसएफबी माइक्रो फाइनैंस संस्थान में बदल गए थे। इसका परिणाय यह हुआ था कि ऋण पोर्टफोलियो में असुरक्षिण उधारी बढ़ गई थी।