देश की सबसे बड़ी सार्वजनिक ऋणदाता, भारतीय स्टेट बैंक की योजना है कि वह भविष्य में आनेवाली पूंजी का उपयोग उसकी सहयोगी बीमा कंपनी एसबीआई लाइफ को मजबूत करने में करेगी, जिसके लिए एसबीआई बाजार के उचित स्थिति के इंतजार में है ताकि आईपीओ के जरिये फंड इकट्ठा किया जा सके।
हालांकि कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उदय शंकर रॉय ने एसबीआई लाईफ इंशुरंस में ताजा पूंजी लगाने की कोशिश में रकम का खुलासा नहीं किया। उन्होंने बताया कि यह बताना तो काफी कठिन है। लेकिन व्यापार की आवश्यकताओं के अनुसार ही यह निर्भर करेगा।
आईपीओ के बारे में बताते हुए उन्होंने बताया कि आईपीओ को लेकर हमारी योजनाएं जारी हैं। लेकिन वर्तमान के बाजार के परिदृश्य में यह बताना असंभव है कि बाजार दोबारा कब परवान चढ़ेगा।
एसबीआई के प्रमुख ओ पी भट्ट ने पूर्व में बताया था कि वर्ष 2009 के अंत तक बाजार में एसबीआई लाईफ इंशुरंस का दबदबा होगा। गौरतलब है कि एसबीआई लाइफ में इस प्रमुख बैंक का 76 फीसदी हिस्सा है, जबकि 24 फीसदी हिस्सा बीएनपी परिबास के पास है।