भारत के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने निश्चित अवधि वाले जमाओं (Fixed Deposits), MCLR और EBLR की ब्याज दरों में संशोधन किया है। यह बदलाव 15 दिसंबर 2025 से लागू हो गया है।
यह कदम Reserve Bank of India (RBI) द्वारा रेपो दर में 25 बेसिस पॉइंट कटौती (5.50% से 5.25%) के बाद उठाया गया है। इसका मतलब है कि अब बैंक अपने ग्राहकों को थोडा कम ब्याज पर लोन देगा और कुछ FD दरों में भी बदलाव हुआ है।
1. Fixed Deposit (FD) दरों में बदलाव
SBI ने ₹3 करोड़ तक जमा पर अलग-अलग अवधि के लिए नई ब्याज दरें जारी की हैं। वरिष्ठ नागरिकों को आम जनता की तुलना में हमेशा थोड़ी अधिक ब्याज दर दी जाती है।
आम जनता और वरिष्ठ नागरिक की दरें (पहले बनाम अब)
| अवधि | आम जनता (पहले) | आम जनता (अब) | वरिष्ठ नागरिक (पहले) | वरिष्ठ नागरिक (अब) |
|---|---|---|---|---|
| 7 – 45 दिन | 3.05% | 3.05% | 3.55% | 3.55% |
| 46 – 179 दिन | 4.90% | 4.90% | 5.45% | 5.40% |
| 180 – 210 दिन | 5.70% | 5.65% | 6.20% | 6.15% |
| 211 दिन – <1 साल | 5.95% | 5.90% | 6.45% | 6.40% |
| 1 – <2 साल | 6.30% | 6.25% | 6.80% | 6.75% |
| 2 – <3 साल | 6.45% | 6.40% | 6.95% | 6.90% |
| 3 – <5 साल | 6.35% | 6.30% | 6.85% | 6.80% |
| 5 – 10 साल | 6.10% | 6.05% | 7.10% | 7.05% |
विशेष योजना “अमृत वृष्टि” (444 दिन)
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आम जनता: 6.60% → 6.45%
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वरिष्ठ नागरिक: 6.95% → 6.90%
नोट: सबसे ज्यादा ब्याज दर वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.05% और आम जनता के लिए 6.05% है।
2. MCLR दरों में बदलाव
MCLR (Marginal Cost of Funds based Lending Rate) वह न्यूनतम ब्याज दर है जिस पर बैंक लोन देता है। SBI ने इस दर में भी कटौती की है।
| अवधि | पहले | अब |
|---|---|---|
| Overnight | 7.90% | 7.85% |
| 1 माह | 7.90% | 7.85% |
| 3 माह | 8.30% | 8.25% |
| 6 माह | 8.65% | 8.60% |
| 1 साल | 8.75% | 8.70% |
| 2 साल | 8.75% | 8.70% |
| 3 साल | 8.85% | 8.80% |
इसका मतलब है कि बैंक अब कुछ लोन पर थोड़ी कम ब्याज दर दे रहा है।
3. EBLR दर में कटौती
EBLR (External Benchmark Linked Rate) उन लोन पर लागू होती है जो RBI के रेपो रेट से जुड़ी होती हैं। SBI ने इसे 8.15% से घटाकर 7.90% कर दिया है।
क्या मतलब है आम ग्राहक के लिए?
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अगर आप FD में पैसा जमा करते हैं तो कुछ अवधि के लिए आपको थोड़ी कम या वही ब्याज मिलेगा।
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वरिष्ठ नागरिकों को हर मामले में ज्यादा ब्याज मिलेगा।
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जो लोग बैंक से लोन लेते हैं, उनके लिए ब्याज दर कम हो गई है, मतलब EMI थोड़ी घट सकती है।








