IDFC First Bank ने हाल ही में IDFC के साथ विलय को मंजूरी दे दी। IDFC और IDFC First Bank के इस विलय के लिए शेयर विनिमय अनुपात IDFC Limited के प्रत्येक 100 शेयरों के लिए IDFC First Bank के 155 इक्विटी शेयर है। IDFC First Bank के प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्याधिकारी (CEO) वी वैद्यनाथन ने मनोजित साहा के साथ फोन पर हुई बातचीत में इस विलय के लाभ के बारे में बताया। संपादित अंश :
IDFC और IDFC First Bank द्वारा हाल ही में घोषित किए गए विलय की क्या योजना है?
वर्तमान में IDFC First Bank में IDFC की 39.93 प्रतिशत हिस्सेदारी है। विलय की इस योजना के तहत IDFC के प्रत्येक 100 शेयरों के लिए IDFC First Bank 155 इक्विटी शेयर जारी करेगा और IDFC First Bank, IDFC के पास मौजूद IDFC First Bank के मौजूदा शेयरों को खत्म कर देगा।
इस विलय के बाद IDFC First Bank को क्या-क्या फायदा मिलेगा?
मूल रूप से IDFC First Bank विविध शेयरधारकों के साथ व्यापक दायरे वाला, विविधीकृत वित्तीय संस्थान बन जाएगा। आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक जैसे बड़े सार्वजनिक संस्थानों के बारे में सोचिए, जिनकी कोई प्रवर्तक हिस्सेदारी नहीं है। हम उनके प्रभा मंडल और संरचना का अनुसरण करेंगे। बैंक का कोई प्रवर्तक नहीं होगा।
IDFC शेयरधारकों को क्या लाभ मिलेंगे?
उन्हें अपने शेयर अनलॉक करने का मौका मिलेगा क्योंकि उन्हें सीधे परिचालन इकाई बैंक में शेयर मिलेंगे। कम से कम अब स्थिति स्पष्ट हो गई है और विलय की अटकलें खत्म हो गई होंगी।
पिछली तिमाही में वृद्धि के क्या आंकड़े रहे?
मैं अभी मौजूदा तिमाही के बारे में बात नहीं कर सकता क्योंकि इस वक्त हम कुछ नहीं कह सकते हैं। लेकिन हम इस बारे में बात कर सकते हैं कि पिछली तिमाहियों में बैंक का क्या रुख रहा है। मार्च तिमाही में हमारी जमा राशि में पिछले साल की तुलना में 44 प्रतिशत की वृद्धि हुई, इसलिए स्पष्ट है कि जमा राशि के संबंध में हमारी रफ्तार मजबूत है।
ऋण वृद्धि कितनी रही?
पिछले साल की चौथी तिमाही में लोन बुक में 25 प्रतिशत का इजाफा हुआ था। दिलचस्प बात यह है कि पिछले कई तिमाहियों में लाभ वृद्धि ने लोन बुक की वृद्धि को पीछे छोड़ दिया है।
विलय के क्या फायदे हैं?
विलय संबंधी सभी अटकलों को दूर किए जाने से हम आराम से बैंक के विकास पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। इसमें बड़े अवसर हैं।
क्या पूंजी पर कोई असर पड़ेगा?
कुल कारोबार विलय की तिथि के वक्त IDFC के पास नकदी की सीमा तक बढ़ सकता है। मौजूदा अनुमान के अनुसार इस विलय के कारण बैंक की प्रति शेयर बुक वैल्यू मार्च 2023 तक की बुक वैल्यू के मुकाबले पांच प्रतिशत अधिक हो जाएगी, यह बड़ी बात है। लेकिन इससे भी बड़ी बात है इन कॉरपोरेट गतिविधियों को देखने के बजाय, आगे देखने की क्षमता।