आईएनजी वैश्य लाइफ इंश्योरेंस अपनी कंपनी के विस्तार के तहत वित्तपोषण के लिए इस माह 125 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। आईएनजी वैश्य के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष (उत्तरी भारत) राजीव पंवार ने बताया कि फरवरी के अंत तक कंपनी की कुल चुकता पूंजी 790 करोड़ थी, जो अब 915 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगी। उन्होंने आगे बताया कि कंपनी अपनी विस्तार परियोजनाओं के लिए धन मुहैया कराने के लिए निवेश की योजना बना रही है।
इसके साथ ही पंवार ने बताया कि वित्त वर्ष 2008-09 के दौरान 500 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करने की योजना है। उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि वित्त वर्ष 2007-08 के दौरान कंपनी का प्रीमियम आय 955 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष 2008-09 के दौरान 2100 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया है।
आईएनजी गोल्डन लाइफ और यूनिट लिंक्ड रिटायरमेंट सॉल्यूशन को लांच करते हुए पंवार ने कहा कि कंपनी के नए यूलिप उत्पादों की बिक्री कुल बिक्री की 20 से 25 फीसदी तक रहने की उम्मीद है। पंवार ने बताया कि कुल इंश्योरेंस स्कीम में कंपनी की रिटायरमेंट इंश्योरेंस स्कीम की हिस्सेदारी 28 फीसदी है। अब कंपनी नए स्कीम के जरिए बाजार में अपनी दावेदारी को और मजबूत बनाने में लगी हुई है।
गोल्डन लाइफ उत्पाद में निवेश के जरिए उपभोक्ता अपनी रिटायरमेंट के बाद बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना में 28 से 45 साल के लोग निवेश कर सकते हैं। इसके साथ ही लाइफ स्टेज इन्वेस्टमेंट प्रोग्राम के जरिए उपभोक्ता अपने रिटायरमेंट फंड में उपभोक्ताओं के पास यह विकल्प होगा कि वे अपनी सुविधानुसार 60 फीसदी राशि इक्विटी में या फिर 100 फीसदी रकम इक्विटी में लगा सकते हैं।
कंपनी की विस्तार योजना के बारे में पंवार ने बताया कि इस साल के अंत तक कंपनी 90 नई शाखाओं को खोलेगी। इसके बाद कंपनी की कुल शाखा 363 हो जाएगी। यही नहीं, कंपनी के एडवाइजरों की संख्या भी दोगुनी हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि अभी कंपनी के एडवाइजरों की संख्या 51,000 है।
