निजी क्षेत्र के देश के सबसे बड़े कर्जदाता एचडीएफसी बैंक ने अनुमान लगाया है कि चालू वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 25) में उसके लोन बुक की वृद्धि सामान्य से धीमी रहेगी, क्योंकि वह अपने उच्च ऋण-जमा (सीडी) अनुपात को विलय के पहले के स्तर पर लाने में तेजी ला रहा है।
आगे चलकर वित्त वर्ष 2026 में बैंक अपना ऋण वृद्धि, सिस्टम में वृद्धि के मुताबिक रखेगा और वित्त वर्ष 2027 में लोन बुक की वृद्धि में सिस्टम को पीछे छोड़ देगा। जुलाई-सितंबर (दूसरी तिमाही) की बैंक की कमाई की घोषणा के बाद विश्लेषकों से बातचीत में एचडीएफसी बैंक के एमडी और सीईओ शशिधर जगदीशन ने कहा, ‘हम पहले के अनुमान की तुलना में तेज दर से सीडी अनुपात को नीचे लाएंगे।’
उन्होंने कहा, ‘वित्त वर्ष 2025 में हम संभवतः व्यवस्था की तुलना में सुस्त वृद्धि दर्ज करेंगे। वित्त वर्ष 2026 में हम सिस्टम वृद्धि दर के बराबर या उसके आसपास रहेंगे और वित्त वर्ष 2027 में हमारी वृद्धि दर, सिस्टम वृद्धि दर की तुलना में तेज रहेगी।’
दूसरी तिमाही में एचडीएफसी बैंक ने सिस्टम से कम ऋण वृद्धि सालाना आधार पर 7 प्रतिशत और पिछले महीने की तुलना में 1 प्रतिशत दर्ज की थी। बैंक ने पूर्ववर्ती एचडीएफसी लिमिटेड की कॉर्पोरेट बुक को कम करना जारी रखा और खुदरा पोर्टफोलियो को भी बेचा।
बहरहाल जमा में वृद्धि दर तेज रही और इसमें सालाना आधार पर 15 प्रतिशत और पिछले महीने की तुलना में 5 प्रतिशत वृद्धि हुई। इससे बैंक को सीडी अनुपात घटाकर 11 प्रतिशत के करीब लाने में मदद मिली। विलय के पहले एचडीएफसी बैंक का सीडी अनुपात करीब 87 प्रतिशत था।
विलय के बाद सीडी अनुपात बढ़कर 110 प्रतिशत पर पहुंच गया। एचडीएफसी बैंक के सीएफओ श्रीनिवासन वैद्यनाथन ने कहा, ‘विचार यह था कि हमें सीडी अनुपात विलय के पहले के स्तर पर लाने में 4 से 5 साल लगेंगे। बहरहाल यह उचित अवसर है क्योंकि पिछले 2 साल से ऋण में वृद्धि दर तेज है और उम्मीद की जा रही है कि यह घटकर जमा वृद्धि के स्तर पर आएगी।‘