facebookmetapixel
Epstein Files: बड़े नाम गायब क्यों, जेफरी एपस्टीन की असली कहानी कब सामने आएगी?दिल्ली एयरपोर्ट पर लो-विजिबिलिटी अलर्ट, इंडिगो ने उड़ानों को लेकर जारी की चेतावनीFD Rates: दिसंबर में एफडी रेट्स 5% से 8% तक, जानें कौन दे रहा सबसे ज्यादा ब्याजट्रंप प्रशासन की कड़ी जांच के बीच गूगल कर्मचारियों को मिली यात्रा चेतावनीभारत और EU पर अमेरिका की नाराजगी, 2026 तक लटक सकता है ट्रेड डील का मामलाIndiGo यात्रियों को देगा मुआवजा, 26 दिसंबर से शुरू होगा भुगतानटेस्ला के सीईओ Elon Musk की करोड़ों की जीत, डेलावेयर कोर्ट ने बहाल किया 55 बिलियन डॉलर का पैकेजत्योहारी सीजन में दोपहिया वाहनों की बिक्री चमकी, ग्रामीण बाजार ने बढ़ाई रफ्तारGlobalLogic का एआई प्रयोग सफल, 50% पीओसी सीधे उत्पादन मेंसर्ट-इन ने चेताया: iOS और iPadOS में फंसी खतरनाक बग, डेटा और प्राइवेसी जोखिम में

Assembly bypolls: उपचुनाव में नेताओं के बेटे और पत्नियां मैदान में

13 नवंबर को 47 सीटों पर और 20 नवंबर को उत्तराखंड की केदारनाथ सीट पर होगा मतदान

Last Updated- October 25, 2024 | 10:33 PM IST
Lok Sabha Elections

शुक्रवार को विधान सभा उपचुनाव वाली 48 सीटों में से 47 सीटों पर नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन था। इस उप चुनाव की सबसे बड़ी बात है कि विधायकों के सांसद बन जाने के बाद पार्टियों ने उनके ही बेटे, पत्नी और बहुओं को चुनावी मैदान में उतारा है।

आगामी 13 नवंबर को इन सीटों पर मतदान होना है और उत्तराखंड की केदारनाथ विधान सभा सीट पर 20 नवंबर को उपचुनाव का मतदान होगा। इन 48 में से 44 सीटों पर मतदान इसलिए हो रहा है क्योंकि वहां के विधायक लोक सभा सांसद बन गए हैं और राजस्थान के रामगढ़ और सलूंबर तथा उत्तराखंड की केदारनाथ सीट से विधायकों की मौत के बाद यहां दोबारा चुनाव हो रहा है। वहीं, शीशमऊ सीट से विधायक के अयोग्य घोषित हो जाने के बाद निर्वाचन आयोग यहां दोबारा चुनाव करा रहा है।

इन 48 सीटों में से राजग के घटक दलों के पास 20 सीटें थीं, जिनमें भाजपा के पास 12 और एसकेएमके पास दो सीटें थीं। इनमें से कई सीटों पर खासकर केरल और पश्चिम बंगाल में विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ की पार्टियां एक-दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं।

First Published - October 25, 2024 | 10:33 PM IST

संबंधित पोस्ट