मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शानदार प्रदर्शन के लिए जहां उनकी प्रमुख योजना ‘लाडली बहना’ की सफलता को श्रेय दिया जा रहा है वहीं 2023 के चुनावों में महिला विधायकों की जीत का प्रतिशत भी पिछले चुनावों की तुलना में बेहतर हुआ है। 2018 के विधानसभा चुनाव में जहां केवल 21 महिलाएं चुनाव जीतने में कामयाब हुई थीं वहीं इस बार यह आंकड़ा बढ़कर 27 हो गया है।
हालिया विधानसभा चुनाव में दोनों प्रमुख दलों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने कुल मिलाकर 56 महिला उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा था जिनमें से करीब आधी यानी 27 चुनाव जीतने में कामयाब रहीं। प्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं।
भाजपा की 27 महिला उम्मीदवारों में से 21 को जीत हासिल हुई जबकि कांग्रेस की 29 उम्मीदवारों में से छह ने जीत प्राप्त की।
विधानसभा चुनाव में जीतने वाली भाजपा के प्रमुख नेताओं में पूर्व मंत्री माया सिंह, अर्चना चिटणिस, ऊषा ठाकुर, कृष्णा गौर, रीति पाठक, मालिनी गौड़ और गायत्री राजे पवार शामिल हैं।
कांग्रेस से चुनाव जीतने वाली महिलाओं में साध्वी रामसिया भारती, निर्मला सप्रे और झूमा सोलंकी प्रमुख हैं। हारने वाली नेताओं में भाजपा की इमरती देवी और कांग्रेस की हिना कांवरे के अलावा बहुजन समाज पार्टी की नेता रामबाई तथा आप की रानी अग्रवाल आदि प्रमुख हैं।