facebookmetapixel
Year Ender 2025: टैरिफ, पूंजी निकासी और व्यापार घाटे के दबाव में 5% टूटा रुपया, एशिया की सबसे कमजोर मुद्रा बनाStock Market 2025: बाजार ने बढ़त के साथ 2025 को किया अलविदा, निफ्टी 10.5% उछला; सेंसेक्स ने भी रिकॉर्ड बनायानिर्यातकों के लिए सरकार की बड़ी पहल: बाजार पहुंच बढ़ाने को ₹4,531 करोड़ की नई योजना शुरूVodafone Idea को कैबिनेट से मिली बड़ी राहत: ₹87,695 करोड़ के AGR बकाये पर लगी रोकYear Ender: SIP और खुदरा निवेशकों की ताकत से MF इंडस्ट्री ने 2025 में जोड़े रिकॉर्ड ₹14 लाख करोड़मुंबई में 14 साल में सबसे अधिक संपत्ति रजिस्ट्रेशन, 2025 में 1.5 लाख से ज्यादा यूनिट्स दर्जसर्वे का खुलासा: डर के कारण अमेरिका में 27% प्रवासी, ग्रीन कार्ड धारक भी यात्रा से दूरBank Holiday: 31 दिसंबर और 1 जनवरी को जानें कहां-कहां बंद रहेंगे बैंक; चेक करें हॉलिडे लिस्टStock Market Holiday New Year 2026: निवेशकों के लिए जरूरी खबर, क्या 1 जनवरी को NSE और BSE बंद रहेंगे? जानेंNew Year Eve: Swiggy, Zomato से आज नहीं कर सकेंगे ऑर्डर? 1.5 लाख डिलीवरी वर्कर्स हड़ताल पर

Haryana Assembly Elections: हरियाणा विधान सभा में सबसे कम काम

हरियाणा विधान सभा: 14वीं विधान सभा में प्रति वर्ष औसतन 14.4 दिन कामकाज, 15वीं विधान सभा के चुनाव 5 अक्टूबर को

Last Updated- September 24, 2024 | 10:26 PM IST
Haryana Assembly Elections: Some uncle stood against some grandson, election contest became interesting in Haryana Haryana Assembly Elections: कोई चाचा तो कोई पोते के खिलाफ खड़ा, हरियाणा में रोचक हुआ चुनावी मुकाबला

हरियाणा में 15वीं विधान सभा के लिए 5 अक्टूबर को चुनाव होंगे। मौजूदा विधान सभा के सत्र नवंबर 2019 से मार्च 2024 के बीच आयोजित किए गए हैं। पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च के विश्लेषण के अनुसार 14वीं विधान सभा में पूरे पांच साल में 72 बैठकें हुईं। इसे ऐसे भी कह सकते हैं कि विधान सभा में प्रति वर्ष औसतन 14.4 दिन कामकाज हुआ। इसके उलट, वर्ष 2017 से 2023 के बीच देश भर में विभिन्न राज्यों की विधान सभाओं में एक वर्ष में औसतन 23 दिन बैठकें हुईं।

17वीं लोक सभा (2019-2024) के दौरान 274 दिन अथवा प्रति वर्ष औसतन 54.4 दिन कामकाज हुआ। इस आंकड़े के मुताबिक पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाली सभी लोक सभाओं में यह सबसे खराब प्रदर्शन है। कोविड-19 महामारी के कारण वर्ष 2020-2021 में लोक सभा सत्र आयोजित नहीं हुए।

केरल की 14वीं विधान सभा देश में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली विधान सभाओं में शामिल है। इसमें मई 2016 से मई 2021 के दौरान संपन्न कार्यकाल में 232 दिन अथवा प्रतिवर्ष औसतन 46.4 दिन कामकाज हुआ। लेकिन हरियाणा विधान सभा की 12वीं और 13वीं विधान सभाओं की कार्यवाही 14वीं विधान सभा के मुकाबले कम दिन चली। 13वीं हरियाणा विधान सभा (नवंबर 2014 से फरवरी 2019) के दौरान केवल 69 दिन अथवा एक साल में औसतन 14 दिन ही कामकाज हुआ और 12वीं विधान सभा (2009-14) के बीच के वल 54 दिन ही कामकाम कर सकी, जिसका वार्षिक कामकाज औसत केवल 11 दिन ही बैठता है।

हरियाणा विधान सभा की प्रक्रिया के नियम के अनुसार सदन एक दिन में कम से कम छह घंटे चलना चाहिए, लेकिन 14वीं विधान सभा के दौरान प्रतिदिन औसतन 4.8 घंटे ही कामकाज हुआ। इस दौरान 124 विधेयक पास किए गए। इनमें 98 प्रतिशत विधेयक एक ही सत्र में पास हुए। चार विधेयक चयन समितियों को भेजे गए।

यही नहीं, 14वीं विधान सभा के दौरान 20 ऑर्डिनेंस जारी किए गए जिनमें से सदन ने 13 को पारित कर दिया। पांच ऑर्डिनेंस इस साल अगस्त और 2 ऑर्डिनेंस 2020 में जारी किए गए। इस दौरान जो महत्त्वपूर्ण कानून विधान सभा ने पास किए, उनमें हरियाणा गैर कानूनी धर्म परिवर्तन अधिनियम और हरियाणा राज्य रोजगार अधिनियम भी शामिल हैं। इसके अलावा वार्षिक बजट पर चर्चा 9.5 घंटे अथवा औसतन 3 दिन चली। 14वीं विधान सभा में प्रत्येक विधायक ने 34 सवाल पूछे और सदन में विधायकों की उपस्थिति 91 प्रतिशत रही।

First Published - September 24, 2024 | 10:26 PM IST

संबंधित पोस्ट