भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 90 सीटों वाली छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए 21 तथा 230 सीटों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए 39 सीटों पर अपने प्रत्याशी गुरुवार को घोषित कर दिए। इस दौरान पार्टी ने अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीटों पर ध्यान केंद्रित किया है। पार्टी ने 2018 के विधानसभा चुनाव में इन दोनों राज्यों में अनुसूचित जनजाति बहुल सीटों पर खराब प्रदर्शन किया था।
भाजपा ने दोनों राज्यों में चुनाव की तारीख घोषित होने के पहले ही चुनिंदा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है जिससे उसके प्रत्याशियों को भी तैयारी का पर्याप्त समय मिल जाएगा। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मिजोरम और तेलंगाना में आगामी नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव आयोग ने 2018 में अक्टूबर के पहले सप्ताह में चुनावी तारीखों की घोषणा की थी। भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की सूची प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली चुनाव समिति की बैठक के ठीक एक दिन बाद घोषित की है।
छत्तीसगढ़ की 21 सीटों में भाजपा ने चार महिलाओं को उम्मीदवार बनाया है। इन 21 में से नौ सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं जबकि एक सीट अनुसूचित जाति की है। मध्य प्रदेश में 39 में से पांच महिला उम्मीदवार हैं, आठ सीटें अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों तथा 13 सीटें अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं। छत्तीसगढ़ में भाजपा ने दुर्ग के सांसद विजय बघेल को पाटन सीट से उम्मीदवार बनाया है जहां से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सांसद हैं। विजय बघेल पूर्व में इस सीट से विधायक रह चुके हैं।
राजस्थान की रणनीति
राजस्थान में भी चुनाव होने हैं और भाजपा ने गुरुवार को वहां 21 सदस्यीय चुनाव प्रबंधन समिति और 25 सदस्यीय घोषणापत्र समिति घोषित कर दी। आंतरिक कलह रोकने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, राज्य भाजपा प्रमुख सीपी जोशी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को इनमें से किसी में शामिल नहीं किया गया है। राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौर को भी दोनों समितियों से बाहर रखा गया है।
पार्टी ने पूर्व सांसद नारायण लाल पंचारिया को चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक बनाया है। केंद्रीय विधि मंत्री अर्जुन राम मेघवाल बीकानेर से सांसद हैं और वह प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष बनाए गए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्द्धन राठौर को चुनाव प्रबंधन समिति में शामिल किया गया है। वहीं राज्य सभा सदस्य घनश्याम तिवारी और किरोड़ी लाल मीणा को प्रचार अभियान समिति में शामिल किया गया है।
पार्टी राजस्थान में सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है लेकिन वहां शीर्ष नेताओं के बीच की गुटबाजी उसके लिए चिंता का विषय बनी हुई है।
कांग्रेस ने बदले प्रभारी महासचिव
कांग्रेस ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के प्रभारी जयप्रकाश अग्रवाल को कार्यमुक्त करते हुए महासचिव रणदीप सुरजेवाला को मप्र प्रभारी की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंप दी। इसके साथ ही, पार्टी ने उत्तर प्रदेश में बृजलाल खाबरी के स्थान पर अजय राय को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया तथा पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक को गुजरात का प्रभारी बनाया है।
सुरजेवाला फिलहाल कर्नाटक के प्रभारी हैं जहां कुछ महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ी जीत मिली थी। हाल ही में सुरजेवाला को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक भी नियुक्त किया गया। दलित समुदाय से आने वाले खाबरी को हटाकर अजय राय को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं।
राय भूमिहार जाति से आते हैं और वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेता वासनिक को गुजरात का प्रभारी बनाया है। पिछले साल के आखिर में प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था जिसके बाद रघु शर्मा ने प्रभारी पद से इस्तीफा दे दिया था। वासनिक कांग्रेस के बड़े दलित चेहरों में शुमार किए जाते हैं।