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WPI Inflation: अगस्त में कम हुई थोक महंगाई, जुलाई में 2.04% से घटकर 1.31% पर आई

थोक प्राइस इंडेक्स (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति इस साल जुलाई में 2.04 प्रतिशत थी। पिछले साल अगस्त में यह (-) 0.46 फीसदी थी।

Last Updated- September 17, 2024 | 12:50 PM IST
WPI, Inflation

WPI Inflation in August: सब्जियों, खाने-पीने की चीजों और ईंधन के सस्ते होने से अगस्त में थोक प्राइस इंडेक्स (WPI) आधारित मुद्रास्फीति लगातार दूसरे महीने घटकर 1.31 प्रतिशत पर आ गई। मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।

आंकड़ों के अनुसार, थोक प्राइस इंडेक्स (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति इस साल जुलाई में 2.04 प्रतिशत थी। पिछले साल अगस्त में यह (-) 0.46 फीसदी थी।

उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “अगस्त 2024 में मुद्रास्फीति (Inflation) की सकारात्मक दर मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों, प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट्स, कपड़ा निर्माण और मशीनरी तथा उपकरण आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण है।”

खाद्य पदार्थों की महंगाई दर अगस्त में 3.11 फीसदी रही

आंकड़ों के मुताबिक, खाद्य पदार्थों की महंगाई दर अगस्त में 3.11 फीसदी रही, जो जुलाई में 3.45 फीसदी थी। इसका कारण सब्जियों की कीमतों में गिरावट रही, जिसमें जुलाई में 8.93 प्रतिशत की तुलना में अगस्त में 10.01 प्रतिशत की अवस्फीति दर्ज की गई।

इसके अलावा अगस्त में आलू और प्याज की महंगाई दर 77.96 प्रतिशत और 65.75 प्रतिशत के उच्च स्तर पर बनी रही। ईंधन और बिजली श्रेणी में जुलाई में 1.72 प्रतिशत की मुद्रास्फीति के मुकाबले अगस्त में 0.67 प्रतिशत की अपस्फीति देखी गई।

पिछले सप्ताह जारी आंकड़ों से पता चला कि सब्जियों की ऊंची कीमतों के कारण अगस्त में खुदरा मुद्रास्फीति (Retail Inflation) 3.65 प्रतिशत थी। यह जुलाई के 3.60 फीसदी से ज्यादा थी।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अगस्त में लगातार नौवीं बार बेंचमार्क ब्याज दर या रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा। केंद्रीय बैंक मॉनेटरी पालिसी तैयार करते समय मुख्य रूप से खुदरा मुद्रास्फीति को ध्यान में रखता है।

First Published - September 17, 2024 | 12:47 PM IST

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