facebookmetapixel
Gujarat Kidney IPO की शेयर बाजार में पॉजिटिव एंट्री, 6% प्रीमियम पर लिस्ट हुए शेयरGold silver price today: सोने-चांदी के दाम उछले, MCX पर सोना ₹1.36 लाख के करीबDelhi Weather Today: दिल्ली में कोहरे के चलते रेड अलर्ट, हवाई यात्रा और सड़क मार्ग प्रभावितNifty Outlook: 26,000 बना बड़ी रुकावट, क्या आगे बढ़ पाएगा बाजार? एनालिस्ट्स ने बताया अहम लेवलStock Market Update: शेयर बाजार की सुस्त शुरुआत, सेंसेक्स 150 अंक गिरकर खुला; निफ्टी 25900 के नीचेबांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन, 80 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांसStocks To Watch Today: InterGlobe, BEL, Lupin समेत इन कंपनियों के शेयरों पर आज रहेगा फोकसYear Ender: भारत के ऊर्जा क्षेत्र के लिए 2025 चुनौतियों और उम्मीदों का मिला-जुला साल रहानवंबर में औद्योगिक उत्पादन 25 महीने में सबसे तेज बढ़ा, विनिर्माण और खनन ने दिया बढ़ावाBPCL आंध्र प्रदेश रिफाइनरी में 30-40 फीसदी हिस्सेदारी विदेशी निवेशकों को बेचेगी, निवेश पर बातचीत शुरू

रुपया डॉलर के मुकाबले 10 फीसदी गिरकर अब तक के निचले स्तर के करीब

डॉलर इंडेक्स बढ़कर 104.86 पर पहुंच गया, जिसका भारतीय रुपये पर असर पड़ा। डॉलर इंडेक्स छह अहम मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की माप करता है।

Last Updated- September 06, 2023 | 10:53 PM IST
Reserve Bank of India's dollar sale helped the rupee recover from the new low of 84.76 रिजर्व बैंक के डॉलर बिक्री से रुपये में आया सुधार, 84.76 के नए निचले स्तर से उबरने में मिली मदद

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया बुधवार को 10 फीसदी गिरकर अब तक के निचले स्तर के करीब 83.14 पर टिका। डीलरों ने कहा, डॉलर में मजबूती की वजह से ऐसा हुआ। इसके अतिरिक्त ब्रेंट क्रूड की कीमतें 90.19 डॉलर प्रति बैरल को छू गई, जिससे तेल कंपनियां डॉलर खरीदने के लिए प्रोत्साहित हुईं।

डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया बुधवार को कारोबारी सत्र के दौरान 83.18 के निचले स्तर तक लुढ़क गया था और पूरे दिन यह 83.02 से 83.18 के दायरे में घूमता रहा। स्थानीय मुद्रा 17 अगस्त को अब तक के निचले स्तर 83.15 को छू गया था।

बाजार के प्रतिभागियों का अनुमान है कि भारतीय रुपया 84 के स्तर को छू सकता है क्योंकि डॉलर इंडेक्स में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और एशियाई मुद्राएं कमजोर हो रही है। डीलरों का कहना है कि इसके अतिरिक्त आरबीआई निर्यातक व आयातक के हितों के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए बहुत ज्यादा हस्तक्षेप नहीं कर सकता।

कच्चे तेल की कीमतें सऊदी अरब और रूस की तरफ से दिसंबर तक तेल उत्पादन घटाने के फैसले के बाद चढ़ी जबकि बाजार अक्टूबर तक ऐसा होने की उम्मीद कर रहा था। डॉलर इंडेक्स बढ़कर 104.86 पर पहुंच गया, जिसका भारतीय रुपये पर असर पड़ा। डॉलर इंडेक्स छह अहम मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की माप करता है।

कोटक सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (करेंसी डेरिवेटिव व ब्याज दर वायदा) ए बनर्जी ने कहा, यहां से डॉलर अब तक के सर्वोच्च स्तर तक चढ़ सकता है या डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के निचले स्तर 84 तक जा सकता है।

आरबीआई बाजार में है लेकिन डॉलर-रुपये में उतारचढ़ाव घटा है, ऐसे में आरबीआई की तरफ से अपने भंडार के अनावश्यक इस्तेमाल का मतलब नहीं बनता। स्थानीय मुद्रा गुरुवार को डॉलर के मुकाबले 82.90 से 83.30 के दायरे में रहने की संभावना है।

First Published - September 6, 2023 | 10:53 PM IST

संबंधित पोस्ट