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Retail Inflation: आम जनता को महंगाई से मिली राहत, रिटेल इंफ्लेशन मार्च में घटकर 4.85 फीसदी पर आई

Retail Inflation: फरवरी में खुदरा महंगाई 5.09 फीसदी और एक साल पहले की समान अवधि यानी मार्च 2023 में यह 5.66 फीसदी पर थी।

Last Updated- April 12, 2024 | 7:02 PM IST
Retail Inflation

Retail Inflation in March: महंगाई के मोर्चे पर आम जनता के लिए राहत की खबर है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) पर आधारित महंगाई मार्च में सालाना आधार पर 0.24 फीसदी कम होकर 4.85 फीसदी पर आ गई। पिछले 5 महीने में खुदरा महंगाई दर का यह सबसे निचला स्तर है। इससे पहले, अक्टूबर 2023 में खुदरा महंगाई दर सबसे कम 4.87 प्रतिशत थी। शुक्रवार को NSO ने यह आंकड़े जारी किए।

खाद्य वस्तुओं की महंगाई मार्च में 8.52 फीसदी रही

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, मार्च में फूड बॉस्केट में महंगाई 8.52 प्रतिशत थी, जो फरवरी में 8.66 प्रतिशत थी। फरवरी में खुदरा महंगाई 5.09 फीसदी और एक साल पहले की समान अवधि यानी मार्च 2023 में यह 5.66 फीसदी पर थी।

सरकार ने रिजर्व बैंक को महंगाई को दो फीसदी घट-बढ़ के साथ चार फीसदी के दायरे में रखने की जिम्मेदारी सौंपी है।

Also read: IIP: आर्थिक मोर्चे पर झटका, फरवरी में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन की रफ्तार पड़ी धीमी

चालू वित्त वर्ष में खुदरा महंगाई 4.5 फीसदी रहने का अनुमान

केंद्रीय बैंक ने सामान्य मॉनसून मानकर चालू वित्त वर्ष के लिए खुदरा महंगाई 4.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। निरंतर भू-राजनीतिक तनाव भी कमोडिटी की कीमतों और सप्लाई चेन के लिए एक उल्टा जोखिम पैदा करता है।

RBI ने अप्रैल-जून तिमाही में महंगाई 4.9 फीसदी और सितंबर तिमाही के लिए 3.8 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है।

इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन की रफ्तार पड़ी धीमी

साल 2024 के दूसरे महीने यानी फरवरी में भारत का औद्योगिक उत्पादन (IIP) पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 0.3 फीसदी घटकर 5.7 फीसदी पर आ गया। फरवरी में माइनिंग सेक्टर का उत्पादन आठ फीसदी और बिजली उत्पादन 7.5 फीसदी बढ़ा। बीचे वित्त वर्ष 2023-24 में अप्रैल-फरवरी के दौरान IIP 5.9 प्रतिशत बढ़ा, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 5.6 प्रतिशत था।

First Published - April 12, 2024 | 6:23 PM IST

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