केंद्रीय बैंक के मासिक बुलेटिन के मुताबिक भारतीय रिजर्व बैंक दिसंबर में डॉलर का शुद्ध खरीदार रहा है। विदेशी मुद्रा बाजार से हाजिर खरीद के मामले में 4 महीने बाद ऐसा हुआ है।
दिसंबर में केंद्रीय बैंक ने कुल 2.06 अरब डॉलर की शुद्ध खरीद की है। इस महीने में केंद्रीय बैंक ने 31.73 अरब डॉलर खरीदे, जबकि 29.66 अरब डॉलर विदेशी मुद्रा की बिक्री की। नवंबर में रिजर्व बैंक ने 1.9 अरब डॉलर की शुद्ध बिक्री की थी।
बैंक ने रुपये के वायदा बाजार में भी अपनी स्थिति बदली है और दो महीने के बाद शुद्ध खरीदार बना है। शुद्ध बकाया वायदा खरीद दिसंबर के अंत तक 2.1 अरब डॉलर रही है, जबकि शुद्ध बकाया वायदा बिक्री नवंबर में 11.9 अरब डॉलर थी।
येस बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री इंद्रनील पान ने कहा, ‘निश्चित रूप से उन्होंने आगे और तेजी पर विराम लगाने के लिए वायदा बाजार में खरीदारी की है।’ दिसंबर में रुपये में 0.2 प्रतिशत की तेजी आई है। कैलेंडर वर्ष 2023 में भारत की मुद्रा में डॉलर के मुकाबले 0.6 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
एक सरकारी बैंक में विदेशी मुद्रा के डीलर ने कहा, ‘वे भंडार बनाते रहे हैं। उन्होंने 83.30 रुपये प्रति डॉलर पर बिकवाली की और अब भंडार बना रहे हैं।’ दिसंबर के अंत में फारवर्ड बुक को छोड़कर विदेशी मुद्रा भंडार 623.2 अरब डॉलर रहा है। यह भंडार 2023 में करीब 60 अरब डॉलर बढ़ा है।
30 दिसंबर, 2022 को भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 562.8 अरब डॉलर था। चालू वित्त वर्ष में रुपये में अब तक 1 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह इसके पहले के वित्त वर्ष में 7.8 प्रतिशत गिरा था।