फ्लेक्सी स्टाफिंग उद्योग (flexi staffing industry) की वृद्धि दर इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में चार तिमाहियों के उच्चतम स्तर 5.9 फीसदी पर पहुंच गई। यह जानकारी इंडियन स्टाफिंग फेडरेशन (आईएसएफ) की बुधवार को जारी नवीनतम रिपोर्ट में दी गई।
‘फ्लेक्सी स्टाफिंग उद्योग की स्टाफिंग रोजगार रिपोर्ट’ ने विभिन्न क्षेत्रों में खास कार्यों के लिए अल्पावधि की ठेके की नौकरियों पर निगाह रखी। बीती तिमाही में फ्लेक्सी स्टाफिंग उद्योग 5.4 फीसदी की दर से बढ़ा था। आईएसएफ औपचारिक स्टाफिंग से जुड़ी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करती है।
इसके अनुसार दूसरी तिमाही में प्रमुख क्षेत्रों जैसे ई-कॉमर्स, खुदरा, एफएमसीजी, लॉजिस्टिक्स, विनिर्माण, आतिथ्य, पर्यटन, विमानन और ऊर्जा में औपचारिक स्टाफिंग में मांग बढ़ने के साथ रोजगार में वृद्धि हुई। सितंबर, 2023 तक कुल औपचारिक फ्लेक्सी कार्यबल में सामान्य फ्लेक्सी स्टाफिंग और आईटी फ्लेक्सी स्टाफिंग उद्योग शामिल हैं।
आईएसएफ के सदस्यों का कुल औपचारिक कार्यबल 15.7 लाख है। हालांकि दूसरी तिमाही में फ्लेक्सी स्टाफिंग ने कुल 71,000 नए रोजगार का सृजन किया था। वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में नए रोजगार की वृद्धि में सामान्य फ्लेक्सी स्टाफिंग का योगदान 6.1 फीसदी था।
बीती चार तिमाहियों में पहली बार आईटी स्टाफिंग में सकारात्मक वृद्धि दर्ज हुई। आईएसएफ के वाइस प्रेजिडेंट प्रमोद पचीसिया ने बताया कि आईटी स्टाफिंग उद्योग ने बीती तीन तिमाहियों से तिमाही आधार पर सकारात्मक मजबूती पेश की है।