केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को कहा कि किसानों को लाभ पहुंचाने और देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार ने नैनो तरल डीएपी (डाई अमोनिया फॉस्फेट) उर्वरक बाजार में उतारने की मंजूरी दे दी है।
मांडविया ने एक ट्वीट में कहा, ‘नैनो यूरिया के बाद सरकार ने अब नैनो डीएपी (Nano-DAP) को भी मंजूरी दे दी है।’ उन्होंने इसे उर्वरक के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में उठाया गया कदम बताते हुए कहा कि इससे किसानों को फायदा होगा।
उर्वरक में आत्मनिर्भरता की तरफ एक ओर बड़ी उपलब्धि!
भारत सरकार ने नैनो यूरिया के बाद अब नैनो 𝗗𝗔𝗣 को भी मंजूरी दे दी है।
प्रधानमंत्री @NarendraModi जी के विजन आत्मनिर्भर भारत के तहत, यह सफलता किसानों को अत्यधिक लाभ देने वाली है। अब एक बैग DAP भी, एक बोतल DAP के रूप में मिलेगा। pic.twitter.com/taHpj7kQq1
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) March 4, 2023
नैनो तरल डीएपी को वर्ष 2021 में पहली बार लाने वाले उर्वरक सहकारी संघ IFFCO ने शुक्रवार को ही कहा था कि सरकार ने उसके नैनो डीएपी उर्वरक को बाजार में उतारने की मंजूरी दे दी है। IFFCO के प्रबंध निदेशक यूएस अवस्थी ने एक ट्वीट में कहा था कि IFFCO नैनो डीएपी को कृषि मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है और इसके उत्साहजनक परिणामों को देखते हुए इसे उर्वरक नियंत्रण आदेश (FCO) में अधिसूचित किया गया है।
अवस्थी ने कहा था कि IFFCO नैनो डीएपी का विनिर्माण करेगी जो भारतीय कृषि और अर्थव्यवस्था में बदलाव लाने वाला होगा। अवस्थी ने गत दिसंबर में कहा था कि IFFCO नैनो डीएपी की आधा लीटर की बोतल को 600 रुपये की दर पर उतारेगा। नैनो डीएपी की यह बोतल डीएपी की एक बोरी उर्वरक के बराबर असरदार होगी जिसकी मौजूदा कीमत 1,350 रुपये है।
IFFCO ने परंपरागत यूरिया के विकल्प के तौर पर जून 2021 में नैनो यूरिया को भी बाजार में उतारा था। नैनो यूरिया के उत्पादन के लिए IFFCO ने उत्तर प्रदेश और गुजरात में संयंत्र लगाए हैं। हालांकि नैनो यूरिया पर सरकार की तरफ से किसानों को कोई सब्सिडी नहीं दी जाती है। इसकी कीमत 240 रुपये प्रति बोतल है।