आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) द्वारा कराए गए सर्वे के मुताबिक सर्विस ट्रेड रेस्ट्रिक्टिवनेस इंडेक्स (एसटीआरआई) में भारत 50 देशों में 48वें स्थान से उठकर अब 47वें स्थान पर पहुंच गया है। वहीं प्रतिबंधों से प्रभावित रूस अब भारत से नीचे चला गया है।
ओईसीडी-एसटीआरआई सूचकांक में ओईसीडी के 38 देशों के साथ ब्राजील, चीन, भारत, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान, मलेशिया, पेरू, रूस, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, थाईलैंड और वियतनाम शामिल हैं। रूस, इंडोनेशिया और थाईलैंड ही भारत से निचले पायदान पर हैं।
ओईसीडी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘2022 में भारत का एसटीआरआई, ओईसीडी के औसत से ज्यादा है। कुछ प्रमुख सेवा क्षेत्रों में बाजार तक पहुंच अभी विदेशियों के लिए वर्जित है, या कड़ी शर्तों के अधीन है। हाल में जनवरी 2022 में एयर इंडिया का निजीकरण और भारतीय व प्रवासी के बीच शेयरों के हस्तांतरण को लेकर प्राइसिंग संबंधी दिशानिर्देश जैसे सुधार हुए हैं।’
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत पिछले कुछ साल से सुधार कर रहा है और सेवा कारोबार को लेकर कुछ क्षेत्रों में सुधार हुआ है। खासकर 2018 से 2021 के बीच बदलाव हुए हैं।
इसमें कहा गया है, ‘इंजीनियरिंग सर्विस, कंप्यूटर सर्विस, सड़क से माल ढुलाई और साउंड रिकॉर्डिंग ऐसे क्षेत्र हैं, जहां प्रतिबंध कम हैं। वहीं अकाउंटिंग सर्विसेज, लीगल सर्विसेज, आर्किटेक्चर सर्विसेज और रेल से माल ढुलाई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां प्रतिबंध ज्यादा है।’
ओईसीडी ने कहा है कि खुले के साथ बेहतर तरीके से नियमन वाली सेवाओं का बाजार आर्थिक रिकवरी, भविष्य के स्टॉक में मजबूती और ज्यादा टिकाऊ ट्रेडिंग व्यवस्था को प्रोत्सान देने के हिसाब से अहम हैं।
ओईसीडी ने कहा कि 2022 के एसटीआरआई से पता चलता है कि प्रमुख रणनीतिक क्षेत्रों जैसे रेल से माल ढुलाई, कानूनी सेवाएं और अकाउंटिंग में ही प्रतिबंध लागू हैं। इसने कहा है कि ये क्षेत्र या तो सार्वजनिक क्षेत्र के एकाधिकार में हैं या पूरी तरह से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश और विदेशी सेवा प्रदाताओं के लिए बंद हैं।