भारत और कनाडा के बीच चल रहे राजनयिक तनाव का असर कनाडा में काम कर रहे भारतीय बैंकों पर पड़ सकता है। इस मामले के जानकार बैंक अधिकारियों ने कहा कि अगर कनाडा में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों की संख्या कम होती है तो इसका असर बैंकों पर पड़ सकता है।
एक बैंक अधिकारी ने कहा, ‘कनाडा में हमारे ज्यादातर ग्राहक भारतीय विद्यार्थी हैं। उनका वित्तीय लेनदेन हमारे माध्यम से होता है। अगर पढ़ाई करने के लिए कनाडा जाने वाले भारतीय विद्यार्थियों की संख्या घटती है तो इसका हमारे कारोबार पर असर पड़ सकता है। हालांकि स्थिति अभी इस स्तर तक नहीं पहुंची है और हम उम्मीद कर रहे हैं कि कामकाज सामान्य रूप से चलेगा।’
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और आईसीआईसीआई बैंक दोनों की ही कनाडा में शाखाएं हैं, जिनके ग्राहकों में कमी से उन पर असर पड़ने की संभावना है। बैंक के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘मुझे नहीं लगता कि वित्तीय क्षेत्र पर कोई उल्लेखनीय असर पड़ेगा। कुछ असर हो सकता है, लेकिन यह कुछ क्षेत्रों तक सीमित होगा। हमें इसकी मात्रा देखनी होगी।’
इस सिलसिले में पूछे जाने पर स्टेट बैंक ने कहा, ‘नीति के तहत बैंक इस तरह के मामलों में प्रतिक्रिया नहीं देता।’ आईसीआईसीआई बैंक ने खबर प्रकाशित होने तक इसके बारे में मांगी गई जानकारी का कोई जवाब नहीं दिया।
दोनों देशों के बीच चल रही राजनयिक खींचतान के बीच इस सप्ताह की शुरुआत में भारत ने अपने उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और कुछ अन्य राजनयिकों को कनाडा से वापस बुलाने की घोषणा की थी। कनाडा ने खालिस्तानी चरमपंथी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच के सिलसिले में भारत के उच्चायुक्त व अन्य अधिकारियों को इस मामले में रुचि लेने वाले लोगों के रूप में चिह्नित किया था। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया। मार्च 2023 तक एसबीआई कनाडा की प्रबंधन के तहत संपत्ति (एयूएम) 8,854 करोड़ रुपये थी। वहीं आईसीआईसीआई बैंक कनाडा का एयूएम 2,343 करोड़ रुपये थी।