भारत ने निर्यात के क्षेत्र में फरवरी महीने में शानदार उछाल दर्ज करते हुए चालू वित्त वर्ष में रिकॉर्ड कायम कर दिया है। आज कॉमर्स मिनिस्ट्री की तरफ से जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया कि फरवरी महीने में भारत के निर्यात में 11.9 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो कि वित्त वर्ष 24 में मासिक आधार पर सबसे ज्यादा है। इसके साथ ही भारत का निर्यात फरवरी में बढ़कर 41.4 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो कि पिछले साल फरवरी 2023 में 37.01 अरब डॉलर था।
चालू वित्त वर्ष (FY24) में अप्रैल 2023 से लेकर फरवरी 2024 तक के 11 महीनों में व्यापार निर्यात 394.99 अरब डॉलर हो गया, जो कि FY23 की समान अवधि में यह 409.11 अरब डॉलर था।
मिनिस्ट्री ने बताया कि भारत के निर्यात में बढ़ोतरी इंजीनियरिंग सामानों के ज्यादा शिपमेंट, इलेक्ट्रॉनिक सामानों, पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स, ड्रग्स ऐंड फार्मास्युटिकल्स के निर्यातों में बढ़त की वजह से दर्ज की गई है।
भारत का व्यापार घाटा फरवरी महीने में 18.7 अरब डॉलर हो गया, जो कि पिछले साल यानी फरवरी 2023 के 16.57 अरब डॉलर के मुकाबले करीब 13 फीसदी ज्यादा है। व्यापार घाटा बढ़ने की वजह सोने के आयात में बढ़ोतरी मानी जा रही है।
अप्रैल-फरवरी 2023-24 के लिए भारत का व्यापार घाटा 225.20 अरब डॉलर होने का अनुमान लगाया गया था, जबकि अप्रैल-फरवरी 2022-23 के दौरान यह 245.94 अरब डॉलर था।
सोने का आयात फरवरी महीने में 133.82 फीसदी (सालाना आधार पर) बढ़ गया। जहां देश ने पिछले साल की फरवरी में 2.63 अरब डॉलर का सोना आयात किया था, वहीं, इस साल यह बढ़कर 6.15 अरब डॉलर हो गया।
वित्त वर्ष 24 (FY24) के अब तक के डेटा की बात करें तो अप्रैल 2023 से लेकर फरवरी 2024 के बीच 11 महीनों में सोने के आयात में 38.76 फीसदी की बढ़ोतरी आई है। यह तुलना FY23 की समान अवधि से की गई है।
भारत से किए जा रहे इंजीनियरिंग सामानों के निर्यात में फरवरी 2024 में 15.9 फीसदी की सालाना (YoY) बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पिछले साल की समान अवधि में जहां इन सामानों का कुल 8.58 डॉलर का निर्यात हुआ था वहीं, इस साल की फरवरी में यह बढ़कर 9.94 अरब डॉलर हो गया।
फरवरी 2024 में इलेक्ट्रॉनिक सामान के निर्यात में 54.81 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इस दौरान यह बढ़कर 3 अरब डॉलर हो गया जो कि फरवरी 2023 में 1.94 अरब डॉलर था।
फरवरी 2024 में कार्बनिक और अकार्बनिक रसायनों (Organic and Inorganic Chemicals) का निर्यात 33.04 फीसदी बढ़कर 2.95 अरब डॉलर हो गया।
फरवरी में दवा उत्पादों का निर्यात 22.24 फीसदी और पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात 5.08 फीसदी बढ़ा।
चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों यानी अप्रैल-फरवरी 2023-24 में भारत का कुल निर्यात (वस्तुओं एवं सेवाओं को मिलाकर) 709.81 अरब डॉलर होने का अनुमान है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 0.83 फीसदी ज्यादा है।
मीडिया से बातचीत में कॉमर्स सेक्रेटरी सुनील बर्थवाल ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध, कुछ देशों में चल रही आर्थिक मंदी के बावजूद भारत ने फरवरी में उम्मीद से बेहतर परफॉर्मेंस दिखाई है।
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि भारत का FY24 में भारत के निर्यात का ओवरऑल आंकड़ा पिछले दो वित्त वर्षों के मुकाबले ज्यादा होगा।