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Services PMI: सर्विस सेक्टर ने दी अर्थव्यवस्था को रफ्तार, PMI इंडेक्स मई में 13 महीने के हाई 61.2 पर पहुंचा

India services pmi: मई में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में हल्की गिरावट देखी गई। लेकिन सर्विस प्रोवाइडर्स ने 14 महीनों में सबसे तेज उत्पादन वृद्धि दर्ज की।

Last Updated- May 22, 2025 | 1:24 PM IST
Services PMI

Services PMI: मई 2025 में भारत के प्राइवेट सेक्टर की ग्रोथ में तेजी दर्ज की गई। एसएंडपी ग्लोबल की तरफ से गुरुवार को जारी सर्विस पीएमआई (Purchasing Managers’ Index) इंडेक्स बढ़कर 61.2 पर पहुंच गया। यह इसका 13 महीने का हाई लेवल भी है। वहीं, पिछले महीने यानी अप्रैल में यह 59.7 था।

डेटा के अनुसार, अप्रैल 2024 के बाद से यह सबसे तेज मंथली वृद्धि है। इसका मुख्य कारण सर्विस सेक्टर में मजबूत प्रदर्शन रहा। हालांकि, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में हल्की गिरावट देखी गई। लेकिन सर्विस प्रोवाइडर्स ने 14 महीनों में सबसे तेज उत्पादन वृद्धि दर्ज की।

सर्वे में भाग लेने वाले प्रतिभागियों ने बताया कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों से नए ऑर्डर की तेज आवक के चलते कमर्शियल गतिविधियों और रोजगार में तेजी आई। जनवरी के बाद पहली बार बिजनेस सेंटिमेंट (व्यवसायिक विश्वास) में सुधार देखा गया। महंगाई के मोर्चे पर HSBC फ्लैश PMI डेटा ने संकेत दिया कि इनपुट कॉस्ट और आउटपुट चार्जेज में वृद्धि की रफ्तार 2024 के अंत के बाद सबसे तेज रही।

HSBC की चीफ इंडिया इकनॉमिस्ट प्रांजल भंडारी ने कहा, “भारत के फ्लैश PMI आंकड़े एक और मजबूत आर्थिक प्रदर्शन को दर्शाते हैं। मैन्युफैक्चरिंग फर्मों में उत्पादन और नए ऑर्डर में अच्छी वृद्धि बनी हुई है। हालांकि, अप्रैल की तुलना में इसमें थोड़ी नरमी आई है। खासतौर पर सेवा क्षेत्र में रोजगार में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है, जो यह दिखाता है कि भारत के मैन्युफैक्चरिंग और सेवा दोनों क्षेत्रों का विस्तार स्वस्थ जॉब क्रिएशन के साथ हो रहा है।”

यह भी पढ़ें…जापान को पीछे छोड़ने वाला है भारत! दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की तैयारी: RBI रिपोर्ट

मैन्युफैक्चरिंग में मजबूती

HSBC फ्लैश इंडिया मैन्युफैक्चरिंग PMI मई में 58.3 रहा। यह अप्रैल के 58.2 के मुकाबले लगभग स्थिर है और यह मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की मजबूती को दर्शाता है। यह ऑर्डर, उत्पादन, रोजगार, सप्लायर डिलीवरी टाइम और इनपुट स्टॉक जैसे घटकों का औसत होता है।

औद्योगिक उत्पादन में मिले-जुले संकेत

मार्च 2025 में भारत का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) 3 प्रतिशत बढ़ा, जो फरवरी के 2.9 प्रतिशत से थोड़ा बेहतर रहा। हालांकि, मार्च 2024 के 5.5 प्रतिशत से काफी कम है। सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के अनुसार, FY25 की चौथी तिमाही में IIP 3.6 प्रतिशत बढ़ा, जो पिछले दो वर्षों में दूसरी सबसे कम तिमाही वृद्धि है। मई 2025 के अंतिम PMI आंकड़े जून की शुरुआत में जारी किए जाएंगे, जबकि अप्रैल का IIP डेटा 28 मई 2025 को आने की उम्मीद है।

First Published - May 22, 2025 | 1:05 PM IST

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