प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के बीच जोहान्सबर्ग में चर्चा के बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को पुष्टि की कि दोनों ही देश यूरेनियम समझौते पर बातचीत कर रहे हैं। यह समझौता उनके द्विपक्षीय असैन्य परमाणु सहयोग को और मजबूत करेगा।
कनाडा के ग्लोब ऐंड मेल की सोमवार की रिपोर्ट के अनुसार कनाडा और भारत लगभग 2.8 अरब डॉलर के निर्यात समझौते को अंतिम रूप देने के करीब हैं। इस समझौते के मुताबिक कनाडा द्वारा भारत को 10 वर्षों तक यूरेनियम निर्यात किया जाएगा। इसमें कहा गया है कि कनाडा की कैमेको कॉर्प द्वारा यूरेनियम की आपूर्ति की जाएगी।
विदेश मंत्रालय के साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में बुधवार को भारत-कनाडा यूरेनियम समझौते पर एक सवाल पर प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही है। इस पर रविवार को जोहान्सबर्ग में मोदी-कॉर्नी की बैठक के दौरान भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि यह भारत-कनाडा द्विपक्षीय सहयोग का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा है। दोनों ही देश इससे असैन्य परमाणु सहयोग और मजबूत बना सकते हैं।
जायसवाल ने कहा कि भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन दिसंबर में नई दिल्ली में आयोजित होगा। मॉस्को से आ रही खबरों के अनुसार रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन दिसंबर के पहले सप्ताह में भारत आ सकते हैं। लेकिन, जायसवाल ने कहा कि तिथि का खुलासा बाद में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष संबंधों को मजबूत करने और कई मुद्दों पर चर्चा करने के लिए ‘कड़ी मेहनत’ कर रहे हैं।
भारत ने बुधवार को कहा कि वह पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को प्रत्यर्पित करने के बांग्लादेश के अनुरोध की समीक्षा कर रहा है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत अपने पड़ोसी बांग्लादेश के लोगों के हितों को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। हसीना (78) को पिछले साल छात्रों के नेतृत्व में हुए व्यापक विरोध प्रदर्शनों को दबाने के लिए उनकी सरकार की क्रूर कार्रवाई पर ‘मानवता के खिलाफ अपराध’ के लिए ढाका में एक विशेष न्यायाधिकरण ने मौत की सजा सुनाई है। जायसवाल ने कहा, ‘न्यायिक और आंतरिक कानूनी प्रक्रियाओं के तहत बांग्लादेश के अनुरोध की जांच चल रही है।’
उन्होंने कहा, ‘हम बांग्लादेश के लोगों के श्रेष्ठ हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसमें उस देश में शांति, लोकतंत्र, समावेश और स्थिरता शामिल है। इस संबंध में सभी पक्षों के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ना जारी रखेंगे।’ समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश ने कहा कि भारत ने हसीना के प्रत्यर्पण की मांग करने वाले अपने पहले के अनुरोध का ‘कोई जवाब नहीं’ दिया, लेकिन ढाका को अब भारत से जवाब मिलने की उम्मीद है, क्योंकि न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने और पूर्व प्रधानमंत्री को दोषी ठहराए जाने के साथ अब स्थिति अलग है।