facebookmetapixel
Market Outlook: इस हफ्ते शेयर बाजार पर H-1B वीजा फीस बढ़ोतरी, GST राहत और ट्रेड वार्ता का दिखेगा असरGST Reform: 22 सितंबर से लागू होगा नया GST, जानें क्या होगा सस्ता और क्या महंगाPM मोदी आज 5 बजे राष्ट्र को करेंगे संबोधित, GST और अन्य अहम मुद्दों पर दे सकते हैं जानकारीMCap: टॉप 7 कंपनियों का मार्केट कैप बढ़ा; Reliance, TCS, Airtel और SBI ने शेयर बाजार में मचाया धमालIndia-US Trade Talks: अमेरिका दौरे पर जाएंगे पीयूष गोयल, व्यापार समझौते को जल्दी पूरा करने की तैयारीचीन को झटका, अमेरिका करेगा TikTok का पूरा कंट्रोल – एल्गोरिदम से लेकर बोर्ड तकH-1B visa new rules: भारतीय प्रोफेशनल्स को मिली राहत, H-1B वीजा फीस सिर्फ नए आवेदन पर लागूAmul ने 700 से ज्यादा प्रोडक्ट्स के घटाए दाम, जानें पनीर, घी और मक्खन कितना हुआ सस्ताम्युचुअल फंड्स और ETF में निवेश लूजर्स का खेल…‘रिच डैड पुअर डैड’ के लेखक ने निवेशकों को क्या सलाह दी?Bonus Stocks: अगले हफ्ते कुल पांच कंपनियां निवेशकों को देंगी बोनस, बिना कोई खर्च मिलेगा अतिरिक्त शेयर

GST Collection: शुद्ध जीएसटी संग्रह 3.3 % बढ़ा

दिसंबर में जीएसटी कलेक्शन 1.54 लाख करोड़, रिफंड में उछाल ने बढ़ाई दिलचस्पी!

Last Updated- January 01, 2025 | 10:32 PM IST
Taxpayers will not be able to file GSTR-1 from September 1 without providing valid bank account information' वैलिड बैंक अकाउंट की जानकारी दिए बिना एक सितंबर से GSTR-1 दाखिल नहीं कर पाएंगे करदाता

कर रिफंड में इजाफे के बीच दिसंबर 2024 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का शुद्ध संग्रह साल भर पहले के मुकाबले 3.3 फीसदी की मामूली वृद्धि के साथ 1.54 लाख करोड़ रुपये रहा। सरकार द्वारा आज जारी अनंतिम आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल नवंबर की तुलना में दिसंबर का संग्रह कम रहा है। नवंबर में 11.1 फीसदी इजाफे के साथ 1.63 लाख करोड़ रुपये जीएसटी इकट्ठा हुआ था।

पिछले महीने रिफंड घटाने से पहले 1.76 लाख करोड़ रुपये जीएसटी जुटा था, जो दिसंबर 2023 के मुकाबले 7.3 फीसदी ज्यादा था। दिसंबर में घरेलू रिफंड 31 फीसदी बढ़ा और आयात रिफंड 64.5 फीसदी अधिक रहा। इस तरह कुल रिफंड की रकम 45.3 फीसदी बढ़कर 22,000 करोड़ रुपये रही। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से दिसंबर के बीच कुल रिफंड 13.5 फीसदी बढ़कर 1.88 लाख करोड़ रुपये हो गया।

अप्रैल से दिसंबर तक कुल जीएसटी संग्रह में वृद्धि 9.1 फीसदी रही जो अप्रैल से अगस्त में दर्ज 10.1 फीसदी इजाफे से कम है। ध्यान रहे कि दिसंबर के आंकड़े नवंबर में हुए वस्तु और सेवा सौदों के लिए होते हैं। पीडब्ल्यूसी इंडिया के पार्टनर प्रतीक जैन के मुताबिक दिसंबर 2024 तक देसी बिक्री के लिए जीएसटी संग्रह 10 फीसदी से ज्यादा बढ़ा मगर आयात के लिए इसमें केवल 2 फीसदी वृद्धि हुई। साथ ही निर्यात से जुड़े रिफंड की मात्रा भी काफी बढ़ गई। यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार खपत को बढ़ावा देने के लिए अगले बजट में क्या करेगी।

जीएसटी संग्रह में कुल वृद्धि बेशक शानदार नहीं रही मगर कुछ राज्यों में वृद्धि दर दो अंकों में रही। जम्मू-कश्मीर में 11 फीसदी, पंजाब में 22 फीसदी, हिमाचल प्रदेश में 10 फीसदी, सिक्किम में 30 फीसदी, हरियाणा में 28 फीसदी और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में 72 फीसदी ज्यादा जीएसटी इकट्ठा हुआ। मगर चंडीगढ़, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, लक्षद्वीप जैसे राज्यों में साल भर पहले से कम जीएसटी जुटा, जो चिंता की बात है।

ईवाई इंडिया के पार्टनर (कर) सौरभ अग्रवाल ने कहा, ‘सरकार निर्यात के लिए ज्यादा जीएसटी रिफंड कर रही है। इससे पता चलता है कि दूसरे देशों को ज्यादा वस्तुएं और सेवाएं बेची जा रही हैं। आयात पर जीएसटी संग्रह में कम इजाफा रहा, जिसकी एक वजह डॉलर का मजबूत होना भी है।’

 

First Published - January 1, 2025 | 10:32 PM IST

संबंधित पोस्ट