facebookmetapixel
Bihar Elections 2025: हर 3 में 1 उम्मीदवार पर है आपराधिक मामला, जानें कितने हैं करोड़पति!₹70 तक का डिविडेंड पाने का आखिरी मौका! 11 नवंबर से 10 कंपनियों के शेयर होंगे एक्स-डिविडेंडGroww IPO Allotment Today: ग्रो आईपीओ अलॉटमेंट आज फाइनल, ऐसे चेक करें ऑनलाइन स्टेटस1 अक्टूबर से लागू Tata Motors डिमर्जर, जानिए कब मिलेंगे नए शेयर और कब शुरू होगी ट्रेडिंगStock Market Update: शेयर बाजार की पॉजिटिव शुरूआत, सेंसेक्स 200 से ज्यादा अंक चढ़ा; निफ्टी 25550 के करीबअगर अमेरिका ने Google-Meta बंद किए तो क्या होगा? Zoho के फाउंडर ने बताया भारत का ‘Plan B’Stocks To Watch Today: Swiggy, HAL, Patanjali Foods समेत इन 10 दिग्गज कंपनियों से तय होगा आज ट्रेडिंग का मूडजियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने सरकार से पूरे 6G स्पेक्ट्रम की नीलामी की मांग कीतेजी से बढ़ रहा दुर्लभ खनिज का उत्पादन, भारत ने पिछले साल करीब 40 टन नियोडिमियम का उत्पादन कियाअमेरिकी बाजार के मुकाबले भारतीय शेयर बाजार का प्रीमियम लगभग खत्म, FPI बिकवाली और AI बूम बने कारण

सीमेंट-इस्पात : मांग बढ़ी, उत्पादन नहीं

Last Updated- December 05, 2022 | 9:45 PM IST

बढ़ती मांग के बावजूद स्टील औैर सीमेंट क्षेत्र की कंपनियां लंबे समय से उत्पादन क्षमता में खास वृद्धि नहीं कर पाईं है।


हालांकि दो-तीन माह पहले इस क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों की ओर से उत्पादन क्षमता में व्यापक वृद्धि की बात कही गई थी, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया। जानकारों के मुताबिक, मांग बढ़ने और उत्पादन सीमित रहने की वजह से भी सीमेंट और स्टील की कीमतों में उछाल आया है।


कंपनियों का कहना है कि परियोजना स्थापित करने के लिए लौह-अयस्क माइंस व जमीन अधिग्रहण में आ रही समस्या के कारण योजना पर तेजी से काम नहीं हो रहा है। स्टील कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि कच्चे माल की उपलब्धता के बगैर उत्पादन में वृद्धि की बात सोचना भी बेमानी होगी।


दुनिया की प्रमुख स्टील निर्माता कंपनी पोस्को की ओर से उड़ीसा में 120 लाख टन क्षमता वाले प्लांट की परियोजना भी धीमी गति से चल रही है, क्योंकि रेगुलेटरी की ओर से क्लियरेंस मिलने में भी काफी समय लग गया।


कई सीमेंट कंपनियां, जो अपना विस्तार करना चाहती हैं, उन्हें भूमि अधिग्रहण, चूना पत्थर और अन्य जरूरी कच्चे माल की उपलब्धता की तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यही वजह है कि लंबित परियोजनाओं पर तेजी से काम नहीं हो पा रहा है।
सीमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एच. एम बांगर के मुताबिक, इस वर्ष 320 लाख टन उत्पादन क्षमता बढ़ने का अनुमान है, जबकि पिछले चार सालों के दौरान उत्पादन क्षमता में 310 लाख टन की बढ़ोतरी हुई है।

First Published - April 17, 2008 | 12:56 AM IST

संबंधित पोस्ट