facebookmetapixel
Year Ender: 2025 में स्मॉलकैप-मिडकैप की थमी रफ्तार, सेंसेक्स ने निवेशकों को दिया बेहतर रिटर्नYear Ender: 2025 में GST स्लैब और इनकम टैक्स में हुए बड़े बदलाव, मिडिल क्लास को मिली बड़ी राहतबाढ़, बारिश और गर्मी से कारोबार को नुकसान? छोटे व्यापारियों के लिए क्लाइमेट इंश्योरेंस इसलिए जरूरी!2026 में 43% तक अपसाइड दिखा सकते हैं ये 5 दमदार शेयर, ब्रोकरेज की सलाह- BUY करेंनए लेबर कोड पर उद्योग जगत की बड़ी आपत्ति, दावा: वेतन के नियम और ग्रेच्युटी से बढ़ेगा भर्ती खर्चPAN कार्ड आधार से लिंक नहीं? अगर हां तो 31 दिसंबर तक कर लें पूरा, नहीं तो नए साल में होगी दिक्कत1 जनवरी से कम हो सकती हैं CNG, PNG की कीमतें, PNGRB टैरिफ में करेगी बदलावकर्नाटक के चित्रदुर्ग में स्लीपर बस और लॉरी में भयंकर टक्कर, आग लगने से 10 लोग जिंदा जलेStock Market: क्रिसमस के चलते आज शेयर बाजार बंद, BSE-NSE और MCX में नहीं होगी कोई ट्रेडिंगToday’s Weather: कोहरा, सर्दी और जहरीली हवा – क्रिसमस के दिन आज कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?

रूस से रुपये में शुरू हुआ कारोबार

चाय, फार्मास्यूटिकल्स और इंजीनियरिंग के सामान के कारोबार में रुपये में लेन-देन

Last Updated- January 02, 2023 | 11:52 PM IST
rupee-rubble

प्रतिबंधों से प्रभावित रूस के साथ रुपये में व्यापार शुरू हो गया है। इस मामले से जुड़े लोगों ने कहा कि निर्यातकों ने चाय, फार्मास्यूटिकल्स और इंजीनियरिंग के सामान के कारोबार में रुपये में लेन-देन किया है। इस तरह के लेन-देन एक सप्ताह पहले हुए हैं। इस मामले से जुड़े एक अधिकारी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा कि धीरे धीरे इसमें तेजी आने की संभावना है, क्योंकि सरकार रुपये में व्यापार की व्यवस्था की राह में आने वाली बाधाएं लगातार दूर करने में लगी हुई है।

रूस के साथ विदेश व्यापार करने के लिए 14 दिसबंर तक कुल 9 भारतीय बैंकों को 17 स्पेशल वोस्ट्रो रुपये खाते खोलने की मंजूरी मिली है। इन भारतीय बैंकों में यूको बैंक, इंडियन बैंक, एचडीएफसी बैंक, येस बैंक, एसबीआई, इंडसइंड बैंक, आईडीबीआई बैंक, केनरा बैंक और यूनियन बैंक आफ इंडिया शामिल है। इसके अलावा रूस दो सबसे बड़े बैंकों स्बेरबैंक और वीटीबी बैंक के साथ 2 और खाते खोले गए हैं।

जुलाई में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की घोषणा के बाद विदेश व्यापार में, खासकर रूस के साथ व्यापार में रुपये में लेनदेन बहुप्रतीक्षित था। ऐसा इसलिए है क्योंकि उसके साथ कारोबार मार्च और उसके बाद बहुत ज्यादा घट गया क्योंकि अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिया था। उद्योग मंत्रालय के मुताबिक रूस को होने वाला निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले 7 महीने में 16 प्रतिशत घटकर 1.57 अरब डॉलर रह गई। अप्रैल-अक्टूबर के दौरान रूस भारत का पांचवां सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार रहा है और वित्त वर्ष 22 के 25वें स्थान से बहुत ऊपर आ गया है।

हालांकि यह बढ़ोतरी भारत की ओर से किए गए तेल आयात के कारण हुई है। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट्स ऑर्गेनाइजेशन (फियो) के महानिदेशक और मुख्य कार्याधिकारी अजय सहाय ने कहा, ‘रुपये में कारोबार की व्यवस्था से भारत और रूस के बीच कारोबार नई राह निकालेगा।’ रूस-यूक्रेन के बीच टकराव के पहले भारत इलेक्ट्रिक मशीनरी, न्यूक्लियर रिएक्टरों, फार्मास्यूटिकल उत्पादों, लोहा और स्टील, कार्बनिक एवं अकार्बनिक रसायनों जैसे सामान का निर्यात रूस को करता था। पिछले कुछ महीनों से उपभोक्ता वस्तुओं जैसे चाय, कॉफी, सब्जियों का निर्यात भी बढ़ा है।

रूस के अलावा छोटे देशों जैसे श्रीलंका और मॉरिशस के साथ भी रुपये में जल्द कारोबार शुरू होने की संभावना है। पिछले महीने रिजर्व बैंक ने 4 भारतीय कर्जदाताओं भारतीय स्टेट बैंक, बैंक आफ सिलोन और इंडियन बैंक, एचडीएफसी बैंक को मॉरिशस और श्रीलंका के साथ व्यापार संबंधी लेनदेन के लिए 8 विशेष वोस्ट्रो रुपये खाते खोलने की अनुमति दी है। भारत इस समय अन्य देशों जैसे संयुक्त अरब अमीरात, क्यूबा, सूडान, लग्जमबर्ग आदि के भी संपर्क में है, जिससे अंतरराष्ट्रीय कारोबार स्थानीय मुद्राओं में किया जा सके। बहरहाल जमीनी स्तर पर अभी कुछ नहीं हो पाया है।

First Published - January 2, 2023 | 11:25 PM IST

संबंधित पोस्ट