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लोक सभा चुनाव के बाद भारत-आस्ट्रेलिया के बीच व्यापार समझौते की योजना, ECTA के बाद घटा कारोबार

ECTA लागू होने के बाद दिसंबर 2022 से 3,185 टैरिफ लाइन पर शुल्क घटाकर शून्य कर दिया गया। हालांकि कुछ उत्पादों पर शुल्क में कमी 5 साल के दौरान होगी।

Last Updated- May 03, 2024 | 11:01 PM IST
India, Australia

India-Australia Trade deal: भारत और ऑस्ट्रेलिया ने ‘जल्द से जल्द और व्यापक’ व्यापार समझौते की योजना बनाई है। इस मामले से जुड़े ऑस्ट्रेलियाई पक्ष के सूत्रों ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि दोनों देश आम चुनाव के बाद यथासंभव जल्द से जल्द समझौता करने को इच्छुक हैं।

समग्र आर्थिक सहयोग समझौते (सीईसीए) या समग्र व्यापार समझौते में बाजार तक व्यापक पहुंच बनाना और डिजिटल कारोबार, वस्तुओं, सेवाओं, ओरिजिन के नियम, सरकारी खरीद और सहयोग जैसे विषय शामिल हो सकते हैं।

सूत्रों ने कहा कि भारत ने भविष्य की आपूर्ति श्रृंखलाओं (सप्लाई चेन) के केंद्र में रहने को लेकर महत्त्वाकांक्षी योजना बनाई है और ऑस्ट्रेलिया के साथ व्यापक साझेदारी होने से दोनों अर्थव्यवस्थाएं एक दूसरे की पूरक और मददगार बनेंगी।

सीईसीए वार्ता फरवरी 2023 में शुरू हुई और इसके करीब 2 महीने पहले आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौता (ईसीटीए) नाम से अंतरिम व्यापार समझौता लागू हुआ था। दोनों देशों ने अप्रैल 2022 में ईसीटीए पर हस्ताक्षर किए, जो 29 दिसंबर 2022से लागू हुआ।

भारत के वाणिज्य विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि समझौते के पहले साल जनवरी से दिसंबर 2023 के बीच ऑस्ट्रेलिया को भारत से होने वाले कुल वस्तु निर्यात में 6.6 फीसदी की कमी आई और यह 7.7 अरब डॉलर रह गया। हालांकि गिरावट की वजह मुख्य रूप से बाहरी थी, जिसके कारण व्यापार प्रभावित हुआ। ऑस्ट्रेलिया से आयात भी इस दौरान पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 16.6 फीसदी कम होकर 16.5 अरब डॉलर रह गया।

गिरावट के बावजूद निर्यात के कुछ क्षेत्रों में तेज वृद्धि दर्ज हुई। ऑस्ट्रेलियाई पक्ष के सूत्रों ने कहा कि भारत के कृषि उत्पादों का ऑस्ट्रेलिया में आयात 15 फीसदी बढ़ा है। औद्योगिक उत्पादों का भी ऑस्ट्रेलिया ने अधिक आयात किया। उदाहरण के लिए भारत से लोहा और स्टील का आयात 16 फीसदी बढ़कर 32.2 करोड़ डॉलर हो गया। वहीं, परिधान का आयात 6 फीसदी बढ़कर 34.3 करोड़ डॉलर और आभूषण का आयात 6 फीसदी बढ़कर 16.9 करोड़ डॉलर हो गया।

सीईसीए के लिए ऑस्ट्रेलिया और भारत के मुख्य वार्ताकारों ने इस सप्ताह की शुरुआत में केनबरा में मुलाकात की। इसके अलावा भारत के वाणिज्य सचिव सुनील बड़थ्वाल और उनकी टीम के अधिकारियों ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया और भारत-ऑस्ट्रेलिया ईसीटीए की संयुक्त समिति की बैठक (जेसीएम) में शामिल हुए।

सूत्रों ने कहा, ‘यह दोनों देशों के साझा लाभ के लिए ईसीटीए को सफलतापू्र्वक लागू करने को लेकर दोनों पक्षों की प्रतिबद्धता को दिखाता है। यह दोनों देशों की व्यापार के क्षेत्र में वृद्धि के अवसरों को साझा करने की विचारधारा के संकेत हैं।

ईसीटीए, ऑस्ट्रेलिया और भारत के लिए काम कर रहा है। दोनों पक्ष ईसीटीए के सकारात्मक परिणाम को नींव बनाना चाहते हैं और द्विपक्षीय आर्थिक साझेदारी में वृद्धि की अपार क्षमताओं को मान रहे हैं।’ ईसीटीए के माध्यम से भारत को तरजीही बाजार पहुंच के लाभ की उम्मीद है, जिसके माध्यम से ऑस्ट्रेलिया 100 फीसदी शुल्क मुक्त पहुंच मुहैया कराएगा।

ऑस्ट्रेलिया के लगभग 6,500 टैरिफ लाइन में 51 फीसदी पर ईसीटीए लागू होने के पहले ही शून्य आयात शुल्क है। वहीं ईसीटीए लागू होने के बाद दिसंबर 2022 से 3,185 टैरिफ लाइन पर शुल्क घटाकर शून्य कर दिया गया। हालांकि कुछ उत्पादों पर शुल्क में कमी 5 साल के दौरान होगी।

First Published - May 3, 2024 | 10:52 PM IST

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