फूड एग्रीगेटर जोमैटो का शेयर आज बीएसई पर करीब 20 फीसदी चढ़कर 55.60 रुपये पर बंद हुआ क्योंकि कंपनी ने राजस्व में मजबूत बढ़ोतरी दर्ज की है और शुद्ध नुकसान में कमी लाई है। शेयर की कीमत करीब दो घंटे तक अपर सर्किट पर रही और इसमें सिर्फ खरीदार ही नजर आए। वित्त वर्ष 23 की पहली तिमाही में जोमैटो का शुद्ध नुकसान 186 करोड़ रुपये रहा, जो मार्च तिमाही में 359.7 करोड़ रुपये और एक साल पहले की समान तिमाही में 359 करोड़ रुपये रहा था। इसके अलावा कंपनी ने सालाना आधार पर राजस्व में 67 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की और कुल राजस्व 1,414 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
कंपनी का राजस्व हालांकि मोटे तौर पर ब्लूमबर्ग के विश्लेषकों के अनुमान 1,403 करोड़ रुपये के आसपास ही रहा, लेकिन परिचालन के मोर्चे पर प्रदर्शन अनुमान से बेहतर रहा। उदाहरण के लिए परिचालन नुकसान 349 करोड़ रुपये रहा जबकि यह 434 करोड़ रुपये रहने का अनुमान था। इसी तरह शुद्ध नुकसान भी 262 करोड़ रुपये के अनुमान के मुकाबले कम रहा। फूड डिलिवरी का सकल ऑर्डर वैल्यू भी तिमाही दर तिमाही 10 फीसदी और सालाना आधार पर 42 फीसदी बढ़ा, जिसे वॉल्यूम में बढ़त और औसत ऑर्डर वैल्यू में मामूली इजाफे से सहारा मिला। इससे भी शेयर कीमत में मजबूती आई। इसके अलावा कंपनी ने मिताही के दौरान समायोजित एबिटा के आधार पर अपना नुकसान समाप्त कर लिया, जो चौथी व तीसरी तिमाही में क्रमश: -1.3 व -2.2 फीसदी रहा था।
यूबीएस की रिपोर्ट में कहा गया है कि समायोजित एबिटा के आधार पर नुकसान समाप्त करना फर्म के लिए काफी सकारात्मक है। हम वित्त वर्ष 23-24 के लिए मांग परिदृश्य पर टिप्पणी पर नजर रखेंगे, जो लाभ की ओर ले जाएगा। साथ ही ब्लिकिंट के अधिग्रहण व एकीकरण की समयसीमा पर भी कंपनी की राय पर नजर रहेगी। कुल मिलाकर मजबूत नतीजे और प्रमुख आंकड़े हमारे अनुमान से बेहतर रहे। ब्रोकरेज के विश्लेषकों ने इस शेयर की खरीदारी की सलाह बरकरार रखी है।
अन्य सकारात्मक चीज है हाइपरप्योर बिजनेस में बढ़त जारी रहना, जिसने तिमाही में 272.7 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया, जो सालाना आधार पर 24 फीसदी ज्यादा और क्रमिक आधार पर 40.4 फीसदी ज्यादा है। साथ ही फूड डिलिवरी में लेनदेन करने वाले मासिक ग्राहक भी बढ़े। सालाना आधार पर इसमें 36 फीसदी व तिमाही आधार पर 6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज की रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है, हमें लगता है कि ग्राहकों की संख्या में बढ़ोतरी इन वास्तविकताओं के आलोक में उत्साहजनक है.. 1. पहली तिमाही में विज्ञापन और छूट में इजाफा नहीं हुआ। 2. कोविड के बाद यह पहली तिमाही है जब ऑफलाइन लोग आए और जोमैटो अभी भी फूड डिलिवरी जीएमवी तिमाही दर तिमाही 10 फीसदी बढ़ाने में सक्षम है।
पहली तिमाही के नतीजे के बाद कई ब्रोकरेज हाउस ने जोमैटो को खरीद की रेटिंग दी है। एचएसबीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा, हमें लगता है कि फूड डिलिवरी अब अच्छी तरह से स्थापित उद्योग है। अब इसमें छूट कम हो रही है और डिलिवरी शुल्क बढ़ रहा है। हमें लगता है कि अगले पांच साल में 15-20 फीसदी सालाना चक्रवृद्धि की रफ्तार से बढ़ोतरी संभव है। वैश्विक समकक्षों के मुकाबले जोमैटो का मूल्यांकन महंगा नजर नहीं आ रहा है। हम इसे खरीद की रेटिंग दे रहे हैं।