क्विक कॉमर्स दिग्गज जेप्टो ने 5 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर 34 करोड़ डॉलर जुटाए हैं। इससे उसकी बैलेंस शीट को मजबूती मिलेगी। कंपनी आईपीओ की तैयारी कर रही है। एक साल के भीतर जेप्टो ने यह तीसरी सबसे बड़ी रकम जुटाई है। इसके साथ ही कंपनी 12 महीने में 1 अरब डॉलर जुटा चुकी है।
रकम जुटाने के इस दौर की अगुआई जनरल कैटलिस्ट (ड्रैगन फंड के साथ) और एपिक कैपिटल ने की जो नए निवेशक के तौर पर जुड़ी। मौजूदा निवेशकों मसलन स्टेपस्टोन, लाइटस्पीड, डीएसटी और कॉन्टरेरी ने भी अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है।
जेप्टो के सह-संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी आदित पलीचा के मुताबिक रकम जुटाने की इस कवायद का दोहरा मसकद था। पहला, जनरल कैटलिस्ट से अग्रणी निवेशक नीरज अरोड़ा की क्षमताओं का जोड़ना और दूसरा, बैलेंस शीट को मजबूत बनाना रणनीतिक कदम है, खास तौर से इसलिए कि कंपनी लगातार मजबूत वृद्धि व परिचालन लाभ दे रही है।
जून में कंपनी ने एफ सीरीज की फंडिंग के तहत 66.5 करोड़ डॉलर जुटाए थे और फर्म का मूल्यांकन 1.4 अरब डॉलर से 3.6 अरब डॉलर पर पहुंचा दिया था। इस दौर में लाइटस्पीड वेंचर पार्टनर्स और अवरा जेप्टो के साथ जुड़ी जबकि मौजूदा निवेशक स्टेपस्टोन ग्रुप, नेक्सस वेंचर पार्टनर्स, ग्लेड ब्रूक कैपिटल, गुडवाटर और लेची ग्रूम भी शामिल हुए।
पिछले साल अगस्त में जेप्टो ने 1.4 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर ई सीरीज की फंडिंग के तहत 23.5 करोड़ डॉलर जुटाए थे और यूनिकॉर्न बन गई थी। सूत्रों के मुताबिक इस दौर में जेप्टो 40 करोड़ डॉलर जुटाना चाह रही थी, लेकिन उसने इसे सीमित कर दिया ताकि मौजूदा निवेशकों की इक्विटी कम न हो जाए। जनरल कैटलिस्ट के प्रबंध निदेशक नीरज अरोड़ा ने कहा कि वेंचर हाईवे और जनरल कैटलिस्ट के विलय के बाद यह भारत में हमारा पहला निवेश है।