देश की बड़ी IT कंपनियों में से एक, विप्रो (Wipro) ने मार्च 2025 में खत्म हुई चौथी तिमाही (Q4 FY25) के नतीजे जारी कर दिए हैं। कंपनी का शुद्ध मुनाफा 25.9% बढ़कर ₹3,569.6 करोड़ हो गया है, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में मुनाफा ₹2,834.6 करोड़ था।
मामूली बढ़ोतरी के साथ राजस्व ₹22,504 करोड़ पहुंचा
इस तिमाही में विप्रो की कुल कमाई यानी ऑपरेशंस से आया रेवेन्यू 1.3% बढ़कर ₹22,504.2 करोड़ हो गया है, जो पिछले साल ₹22,208.3 करोड़ था। कंपनी के कुल खर्चों में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ — यह ₹18,978.6 करोड़ रहा।
पूरे वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) में विप्रो का शुद्ध मुनाफा ₹13,135.4 करोड़ रहा, जो FY24 में ₹11,045.2 करोड़ था। हालांकि, कंपनी की सालाना कमाई थोड़ी घटी — FY24 में ₹89,760.3 करोड़ की तुलना में FY25 में ₹89,088.4 करोड़ रही।
कंपनी ने क्या कहा?
विप्रो की CFO अपर्णा अय्यर ने बताया, “इस तिमाही में ऑपरेटिंग मार्जिन 110 बेसिस पॉइंट बढ़ा है और पूरे साल में 90 बेसिस पॉइंट की बढ़त देखने को मिली है। राजस्व में सुस्ती के बावजूद हमारी एफिशिएंसी के चलते मुनाफे में बढ़त बनी रही।”
CEO श्रीनी पलिया ने कहा, “हमने दो बड़े डील्स क्लोज किए हैं और टॉप क्लाइंट्स से रेवेन्यू बढ़ाया है। ग्राहकों की संतुष्टि बढ़ी है और हमने AI और कंसल्टिंग में भी निवेश बढ़ाया है। आगे भी हम प्रॉफिटेबल ग्रोथ पर फोकस करेंगे।”
₹6 का डिविडेंड
कंपनी ने जनवरी 2025 में ₹6 का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया था। अब बोर्ड ने फैसला लिया है कि यही ₹6 का डिविडेंड सालाना फाइनल डिविडेंड माना जाएगा।