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अनिल अग्रवाल की Vedanta ने $500 मिलियन बांड जारी कर कर्ज का बोझ घटाया

Vedanta ने बॉन्डधारकों को लिखे पत्र में कहा कि अब उसके ऋण पोर्टफोलियो की औसत परिपक्वता चार साल से अधिक हो गई है और औसत ब्याज दर भी एकल अंक में आ गई है।

Last Updated- October 26, 2025 | 3:22 PM IST
Vedanta
Representative Image

अनिल अग्रवाल के नेतृत्व वाली वेदांता रिसोर्सेज़ लिमिटेड (VRL) ने अक्टूबर में 500 मिलियन डॉलर के बांड जारी किए हैं। कंपनी ने इस राशि का उपयोग अपने निकटतम देनदारियों को चुकाने के लिए करेगी।

कंपनी ने अपने बांडहोल्डर्स को भेजे पत्र में बताया कि अब उसके कर्ज का औसत परिपक्वता समय चार साल से अधिक हो गया है और कर्ज पर औसत ब्याज दर एक अंकों में आ गई है। कंपनी का कहना है कि यह कदम उसके मजबूत और टिकाऊ पूंजी ढांचे को दर्शाता है।

500 मिलियन डॉलर की इस बांड इश्यू से वेदांता ने 550 मिलियन डॉलर के प्राइवेट क्रेडिट फैसिलिटी (PCF) का पुनर्भुगतान किया है। कंपनी का कहना है कि इसके बाद FY27 तक कोई बड़ी देनदारी नहीं है, जिससे उसका देनदारी ढांचा संतुलित और मजबूत बना रहेगा।

वेदांता ने यह भी कहा कि उसके पास पर्याप्त तरलता है, जो उसके संचालनरत सहायक कंपनियों से मिलने वाले लाभांश और मजबूत फ्री कैश जेनरेशन से समर्थित है। इसके अलावा, कंपनी ने 500 मिलियन डॉलर का टर्म लोन भी प्रमुख वैश्विक और भारतीय बैंकों के समूह के साथ तय किया है। उसके पास लंबी अवधि के लोन में 682 मिलियन डॉलर का अप्रयुक्त बैलेंस भी मौजूद है।

वेदांता रिसोर्सेज ने अपने तिमाही परिणामों में बताया कि कंपनी के कोर बिजनेस – जिंक, तेल और गैस, एल्यूमिनियम और पावर – लगातार मजबूत ईबीटीडीए और कैश फ्लो दे रहे हैं। कंपनी ने कहा कि वैश्विक व्यापार में व्यवधानों के बावजूद कमोडिटी की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं, जिससे लाभप्रदता को मजबूती मिली है।

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वेदांता लिमिटेड का डिमर्जर भी योजना अनुसार जारी है। इसे पांच अलग-अलग सेक्टर-स्पेसिफिक इकाइयों में विभाजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य निवेशकों के लिए मूल्य को उजागर करना, पारदर्शिता बढ़ाना और पूंजी के बेहतर आवंटन को सक्षम बनाना है।

कंपनी ने वित्तीय अनुशासन पर अपना भरोसा दोहराया और कहा कि वह सभी कर्ज की जिम्मेदारियों को समय पर निभाती रहेगी और आंतरिक अर्जन, रणनीतिक रिफाइनेंसिंग और पूंजी प्रबंधन के जरिए अपने कर्ज़ में कमी की दिशा में काम जारी रखेगी।

वेदांता ने अपने निवेशकों को धन्यवाद देते हुए कहा, “आपका लगातार भरोसा और समर्थन इन परिणामों को संभव बनाने में महत्वपूर्ण रहा है।” कंपनी ने जोर देकर कहा कि उसका फोकस अनुशासित पूंजी प्रबंधन और लंबी अवधि में मूल्य सृजन पर है।

वित्तीय वर्ष 2022 से अब तक, वेदांता ने अपने कर्ज़ में 4 अरब डॉलर से अधिक की कमी की है। कुल सकल कर्ज़, जो FY22 में 9.1 अरब डॉलर था, अब जून 2025 तक घटकर 4.8 अरब डॉलर हो गया है।

कंपनी ने अपने कर्ज को समेकित करने पर भी ध्यान केंद्रित किया है, जिससे उसका पूंजी ढांचा मजबूत हुआ है और समूह को पूंजी बाजार तक बेहतर पहुंच और लंबी अवधि के कर्ज़ प्राप्त करने में मदद मिली है। इसके साथ ही, वेदांता ने अपने क्रेडिट प्रोफाइल को बॉन्ड और बैंक लोन के मिश्रण के जरिए विविध बनाया है और नए बैंकों को अपने पूंजी ढांचे में जोड़ा है।

First Published - October 26, 2025 | 3:22 PM IST

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