वेदांता और फॉक्सकॉन के सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट को लेकर सरकार ने अपना रुख साफ कर दिया है। आईटी मिनिस्टर राजीव चंद्रशेखर ने सीएनबीसी टीवी 18 के साथ बातचीत में बताया कि नई विंडो 40 एनएम टेक्नोलॉजी में है और वेदांता फॉक्सकॉन ने 28 एनएम टेक्नोलॉजी के लिए अप्लाई किया था।
चंद्रशेखर ने कहा कि नई विंडो का मतलब ये नहीं है कि पुराने किसी भी प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया है। हालांकि, उन्होंने ये साफ किया कि अगर Vedanta-Foxconn 28 एनएम टेक्नोलॉजी से 40 एनएम टेक्नोलॉजी में आना चाहती है तो उसे इसके लिए नई विंडों में अपना आवेदन करना होगा।
आईटी मिनिस्टर ने रिपोर्ट खारिज करते हुए कहा कि सरकार ने ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया है जिसमें यह कहा गया हो कि वह वेदांता के 28 एनएम फैब प्रोजेक्ट से अपना पल्ला झाड़ रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, वेदांता और फॉक्सकॉन 28 एनएम की टेक्नोलॉजी के प्रोजेक्ट पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। इस बीच, सरकार ने कहा कि अगर वेदांता और फॉक्सकॉन या फिर कोई और कंपनी जो 40 एनएम टेक्नोलॉजी में आना चाहती है तो वह इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं।
बता दें कि विंडो क्लोज होने के कारण ऐसे कंसोर्टियम जिनके पास 40 एनएम की टेक्नोलॉजी थी, वो अपना आवेदन नहीं कर पाए थे। हालांकि, भारत की स्थिति अब सुधर रही है, साथ ही सप्लाई चेन भी मजबूत होती नजर आ रही है। ऐसे में कई कंपनियों की रुचि भारत में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग में बढ़ रही है।
विंडो खुलने को लेकर आईटी मंत्री ने कहा कि इसका गलत मतलब निकाला गया कि सरकार ने पिछली मंजूरियो को रद्द कर दिया है। जो कि गलत खबर है।
बता दें कि अब 40 एनएम तकनीक के लिए भी एप्लीकेशन मांगे गए हैं जिसमें कोई भी नई कंपनी या कंसोर्टियम या फिर पिछली विंडो में आवेदन देने वाला कंसोर्टियम भी शामिल हो सकते हैं।