टॉरंट फार्मास्युटिकल सिप्ला की बोली के लिए रकम जुटाने के वास्ते एक अरब डॉलर तक का ऋण सुनिश्चित करने के लिए अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट के साथ शुरुआती बातचीत कर रही है। दो सूत्रों ने इस बातचीत के संबंध में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि टॉरंट को अपनी इस बड़ी प्रतिस्पर्धी के लिए बोली लगाने के वास्ते वित्तीय सहायता के रूप में लगभग तीन अरब डॉलर से लेकर चार अरब डॉलर तक की रकम जुटाने की उम्मीद है। बर्नस्टीन के विश्लेषकों ने अनुमान लगाया है कि भारत की इस तीसरी सबसे बड़ी दवा निर्माता की लगभग 60 प्रतिशत हिस्सेदारी के सौदे का मूल्य सात अरब डॉलर तक हो सकता है, जो संभवतः भारत का अब तक का सबसे बड़ा फार्मा सौदा होगा।
सूत्रों ने कहा कि टॉरंट सीवीसी कैपिटल पार्टनर्स और बेन कैपिटल के साथ भी बातचीत कर रही है, जो एक कंसोर्टियम में उसके इक्विटी साझेदार बन सकते हैं और इस सौदे में संयुक्त रूप से 1.5 अरब डॉलर तक का योगदान कर सकती हैं।