वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) दरों में कटौती के बाद छोटी कारों की बिक्री बढ़ गई है। 22 सितंबर से लागू हुई कर की नई दरों के बाद देश की सबसे बड़ी कार विनिर्माता मारुति सुजूकी की कारों की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। कंपनी के वरिष्ठ कार्य अधिकारी (सेल्स ऐंड मार्केटिंग) पार्थ बनर्जी ने कहा कि 22 सितंबर से 14 अक्टूबर के बीच मारुति सुजूकी की कुल बिक्री में छोटी कारों की हिस्सेदारी 22.2 फीसदी हो गई है, जो इस साल 1 अप्रैल से लेकर 22 सितंबर तक 16.6 फीसदी थी।
एक संवाददाता सम्मेलन में बनर्जी ने कहा, ‘जीएसटी दरों में कटौती चार हफ्ते पहले लागू की गई थी। इस अवधि में मारुति सुजूकी इंडिया लिमिटेड को करीब 4 लाख बुकिंग मिली यानी हर हफ्ते कंपनी को 1 लाख गाड़ियों की बुकिंग मिली। यह कंपनी के लिए बुकिंग की अब तक की सबसे बड़ी संख्या है।’
उल्लेखनीय है कि बीते कुछ वर्षों से भारत में छोटी कारों की बिक्री में गिरावट आ रही थी, क्योंकि नए सुरक्षा और उत्सर्जन मानदंडों तथा एसयूवी की बढ़ती लोकप्रियता के कारण इनकी कीमतें बढ़ी थीं।
उन्होंने बताया कि मारुति सुजूकी की कुल बिक्री में छोटी कारों की बिक्री का हिस्सा 1 अप्रैल से 21 सितंबर की अवधि में 16.7 फीसदी से बढ़कर बीते चार हफ्तों में 22.2 फीसदी हो गया। पार्थ ने कहा, ‘यह छोटी कारों की बिक्री में एक बड़ी उछाल है। हमारी उत्पादन टीम बढ़ती मांग को पूरा करने के वास्ते रविवार को भी काम कर रही है।’
बनर्जी ने छोटी कारों की बिक्री में वृद्धि का श्रेय दोपहिया वाहन ग्राहकों को जीएसटी दर में कटौती के बाद कार डीलरशिप में कदम रखने के लिए मिले आत्मविश्वास को दिया। उन्होंने कहा, ‘हम अपने शोरूम में हेलमेट पहने बहुत से लोगों को आते हुए देख रहे हैं।’
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने 22 सितंबर से छोटी कारों (चार मीटर से कम लंबाई वाली, पेट्रोल के लिए 1,200 सीसी और डीजल के लिए 1,500 सीसी तक के इंजन वाली) पर कर की दरें कम कर 18 फीसदी कर दिया था। इससे पहले इन पर 29 से 31 फीसदी कर लगता था, जिसमें जिसमें उपकर भी शामिल है।
कर की नई दरों के तहत बड़ी कारों (चार मीटर से अधिक लंबी, 1,500 सीसी से अधिक इंजन और 170 मिमी से अधिक ग्राउंड क्लीयरेंस वाली) पर अब पहले के 50 फीसदी के बजाय 40 फीसदी कर लगाया जाएगा। केंद्र ने क्षतिपूर्ति उपकर भी वापस ले लिया है।