दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल का कुल शुद्ध मुनाफा (Bharti Airtel Net Profit) वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में 31.1 प्रतिशत घटकर 2,071 करोड़ रुपये रह गया। मुनाफे में कमी अफ्रीकी देशों की मुद्राओं खास तौर पर नाइजीरिया का नाइरा कमजोर होने के कारण आई।
पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 2,442.2 करोड़ रुपये था और चौथी तिमाही में वह 15.17 प्रतिशत कम रहा। समूचे वित्त वर्ष 2023-24 में एयरटेल का मुनाफा भी घटकर 7,460 करोड़ रुपये रह गया। 2022-23 में यह 8,345 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष के दौरान कंपनी के साथ नए 4जी और 5जी ग्राहक अच्छी तादाद में जुड़ते रहे, जिसके कारण चौथी तिमाही में उसकी कुल परिचालन आय 37,599 करोड़ रुपये रही, जो 2022-23 की चौथी तिमाही के मुकाबले 4.41 प्रतिशत अधिक थी।
दूरसंचार कंपनियों के लिए प्रति उपभोक्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) बहुत अहमियत रखताहै। जनवरी-मार्च 2023 के 193 रुपये के मुकाबले यह 8.2 प्रतिशत बढ़कर 209 रुपये हो गया। मगर अक्टूबर-दिसंबर 2023 के 208 रुपये के मुकाबले यह आंकड़ा केवल 1 रुपये अधिक रहा। यह आंकड़ा जियो के लिए 181.7 रुपये और वोडाफोन आइडिया के लिए 145 रुपये ही है।
चौथी तिमाही में भारत से एयरटेल का राजस्व साल भर पहले के मुकाबले 12.9 प्रतिशत बढ़कर 28,513 करोड़ रुपये रहा। आय में बड़ी हिस्सेदारी रखने वाला मोबाइल सेवा कारोबार भी 12.9 प्रतिशत बढ़ गया।
कंपनी के प्रबंध निदेश गोपाल विट्ठल ने नतीजों पर कहा, ‘नाइजीरिया की मुद्रा नाइरा में अवमूल्यन का असर कंपनी के प्रदर्शन पर पड़ा है। मगर हमने 78 लाख स्मार्टफोन ग्राहक जोड़े और 209 रुपये एआरपीयू भी हासिल किया। ग्राहकों को बेहतर अनुभव देने की हमारी लगातार कोशिश के कारण तिमाही में कंपनी की सेवा छोड़ने वाले ग्राहकों की संख्या 20 प्रतिशत कम हो गई।’