दलाल स्ट्रीट पर IT सेक्टर की दिग्गज कंपनियों के शेयरों ने नए साल में फर्राटेदार शुरुआत की है। समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, चार प्रमुख सॉफ्टवेयर कंपनियों ने गुरुवार से केवल दो कारोबारी सत्रों में बाजार मूल्य (Market Value) में लगभग 22 अरब डॉलर जोड़े हैं। IT दिग्गज टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और इंफोसिस (Infosys) ने इस तेजी को लीड किया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि संभावित राजस्व वापसी (revenue rebound) और वैश्विक व्यापक आर्थिक माहौल के बारे में चिंताओं में कमी के कारण पॉजिटिव सेंटीमेंट बढ़ा है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और इन्फोसिस के तिमाही नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे हैं, जिससे मांग कमजोर रहने की चिंता भी दूर हो गई है। इसी वजह से शुक्रवार यानी 12 जनवरी को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का आईटी सूचकांक 5.1 फीसदी चढ़ा। 30 अप्रैल, 2020 के बाद यह पहली बार एक दिन में इतना चढ़ा था।
विप्रो (Wipro) का रिजल्ट भी अनुमान के अनुरूप रहा। विप्रो के शेयर में सोमवार को भी जोरदार उछाल देखा गया और इंट्रा-डे कारोबार में कंपनी का शेयर BSE पर 13 प्रतिशत बढ़कर 52 सप्ताह के हाई लेवल 526.45 रुपये पर पर पहुंच गया। कंपनी की बेहतर राजस्व वृद्धि की भविष्यवाणी ने एचसीएल टेक्नोलॉजीज (HCL Technologies) को नए ऑलटाइम हाई पर पहुंचा दिया।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (एमओएफएसएल) ने विप्रो के तीसरी तिमाही के प्रदर्शन को सकारात्मक माना है। उसका कहना है कि कंपनी पिछली कुछ तिमाहियों में व्यापक प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन करने के लिए संघर्ष कर रही है।
बड़ी आईटी कंपनियों की आय में बढ़ोतरी भी बेहतर धारणा को दर्शाती है। पिछले सप्ताह नतीजों के बाद कम से कम छह ब्रोकरेज ने इंफोसिस को अपग्रेड किया, जबकि जेपी मॉर्गन चेज़ एंड कंपनी के विश्लेषकों ने विप्रो के अमेरिका और भारत में लिस्टेड शेयरों पर अपनी रेटिंग अपग्रेड की।
अल्फानीति फिनटेक के सह-संस्थापक यूआर भट्ट ने कहा, ‘बाजार को जितने खराब नतीजों का अंदेशा था, आईटी क्षेत्र का प्रदर्शन उतना खराब नहीं रहा। अगले कुछ दिनों में स्पष्ट हो जाएगा कि निवेशक मध्यम अवधि के लिहाज से इन शेयरों के बारे में क्या सोचते हैं। खराब नतीजों की आशंका में पहले ये शेयर बेच दिए गए होंगे और नतीजे आने के बाद लिवाली की बाढ़ आने से शेयर चढ़ गए हैं।’