फूड डिलीवरी और इंस्टामार्ट जैसे कारोबार चलाने वाली कंपनी स्विगी ने अपने ताजा नतीजों में चौथे तिमाही (जनवरी-मार्च 2025) के लिए 1,081.18 करोड़ रुपये का भारी-भरकम नुकसान दर्ज किया है। यह पिछले साल की इसी तिमाही के 554.77 करोड़ रुपये के नुकसान से 94 फीसदी ज्यादा है। लेकिन नुकसान के बावजूद कंपनी की कमाई में शानदार बढ़ोतरी देखने को मिली है। स्विगी ने इस तिमाही में 4,410 करोड़ रुपये की ऑपरेशनल कमाई की, जो पिछले साल की 3,046 करोड़ रुपये से 45 फीसदी ज्यादा है। पिछली तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर 2024 में यह आंकड़ा 3,993 करोड़ रुपये था।
पूरे वित्तीय वर्ष (2025) की बात करें तो स्विगी का नुकसान 3,117 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल के 2,350 करोड़ रुपये से 33 फीसदी ज्यादा है। लेकिन कमाई के मोर्चे पर कंपनी ने बाजी मारी। पूरे साल में स्विगी की ऑपरेशनल कमाई 15,227 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल के 11,247 करोड़ रुपये से 35 फीसदी ज्यादा है।
कंपनी के ग्रुप सीईओ और एमडी श्रीहर्ष मजेटी ने कहा, “2025 स्विगी के लिए कई नए प्रयोगों का साल रहा। हमने इंस्टामार्ट, स्नैक और हाल ही में पिंग जैसे नए ऐप्स लॉन्च किए। ये सभी नए यूजर्स और बाजारों को जोड़ने के लिए हैं। हमारा फूड डिलीवरी बिजनेस भी शानदार रहा, जिसमें इनोवेशन और ग्रोथ के साथ मुनाफा भी बढ़ा।”
9 मई 2025 को स्विगी के शेयर बीएसई पर 314 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए, जो 0.19 फीसदी की मामूली गिरावट दर्शाता है। कंपनी के नए प्रयोग और कमाई में बढ़ोतरी निवेशकों का ध्यान खींच रही है, लेकिन नुकसान का बढ़ना चिंता का विषय बना हुआ है।
स्विगी की सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्वी जोमैटो ने भी बीते दिनों अपने नतीजे जारी किए थे। जोमैटो को मार्च तिमाही में 39 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ, जो पिछले साल की तुलना में 78 फीसदी कम है। लेकिन पूरे साल के लिए जोमैटो का मुनाफा 50 फीसदी बढ़कर 527 करोड़ रुपये रहा। कमाई के मामले में जोमैटो ने स्विगी को पीछे छोड़ा। इस तिमाही में जोमैटो की कमाई 5,833 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल से 64 फीसदी ज्यादा है। पूरे साल की कमाई 20,243 करोड़ रुपये रही, जिसमें 67 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।