फूड डिलिवरी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी स्विगी उपयोगकर्ताओं से लिए जाने वाले अपने अनिवार्य प्लेटफॉर्म शुल्क को पांच रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये करने का परीक्षण कर रही है। वह इस साल शेयर बाजार में संभावित सूचीबद्धता से पहले अपने मार्जिन में सुधार करना चाहती है। हालांकि कंपनी ने अभी तक कोई बढ़ोतरी लागू नहीं की है, लेकिन उसने चुनिंदा उपयोगकर्ताओं के लिए अपने ऐप पर नया शुल्क जारी कर दिया है।
बेंगलूरु की इस कंपनी ने दावा किया है कि बढ़ा हुआ यह शुल्क उपयोगकर्ताओं के छोटे-से समूह के बीच परीक्षण किया जा रहा है और कंपनी जल्द ही इस बढ़ोतरी की योजना नहीं बना रही है। स्विगी के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी ने अपने प्लेटफॉर्म शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया है और निकट भविष्य में किसी खासे इजाफे की कोई योजना भी नहीं है। हम उपभोक्ताओं की पसंद को बेहतर ढंग से समझने के लिए हमेशा छोटे प्रयोग करते रहते हैं। यह इसी तरह का प्रयोग है। हम भविष्य में इसे बढ़ा भी सकते हैं और नहीं भी।
कंपनी ने पिछले साल अप्रैल में चुनिंदा उपयोगकर्ताओं के लिए दो रुपये का मामूली शुल्क शुरू किया था, जिसे बाद में उसने अपने सभी ग्राहकों पर लागू कर दिया। बाद में इसने यह शुल्क तीन रुपये कर दिया। अब पांच रुपये वसूला जाता है।
स्विगी की प्रतिस्पर्धी जोमैटो भी अपने उपयोगकर्ताओं से इसी तरह का प्लेटफॉर्म शुल्क लेती है। जोमैटो ने पिछले साल अगस्त में दो रुपये का प्लेटफॉर्म शुल्क शुरू किया था, जिसे बढ़ाकर तीन रुपये कर दिया गया था। इस साल अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम लाने से पहले स्विगी अपनी वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए लागत में कटौती और छंटनी कर रही है।