आईटी दिग्गज इन्फोसिस ने कमजोर समझी जाने वाली दिसंबर तिमाही (वित्त वर्ष 2023 की) में राजस्व और मुनाफे, दोनों के मोर्चे पर अनुमानों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है।
विश्लेषकों ने इन्फोसिस का राजस्व 37,838 करोड़ रुपये और मुनाफा 6,470 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया था, लेकिन इस आईटी कंपनी ने तीसरी तिमाही के दौरान 38,318 करोड़ रुपये राजस्व और 6,586 करोड़ रुपये मुनाफा दर्ज किया है। मार्जिन के मोर्चे पर, कंपनी ने पिछली तिमाही के मुकाबले 21.5 प्रतिशत का सपाट परिचालन मार्जिन दर्ज किया।
स्टॉक एक्सचेंजों पर यह शेयर शुक्रवार को शुरुआती कमजोरी से निकलने और 1.6 प्रतिशत तक चढ़कर बंद होने में सफल रहा। कंपनी द्वारा वित्त वर्ष 2023 के राजस्व अनुमानों में संशोधन करने और मजबूत ऑर्डर प्रवाह की संभावना जताए जाने से इस शेयर को मदद मिली है।
अनुमानों के विपरीत, इन्फोसिस ने वित्त वर्ष 2023 की वृद्धि के अपने अनुमान को 15-16 प्रतिशत से बढ़ाकर 16-16.5 प्रतिशत कर दिया है और मार्जिन अनुमान 21-22 प्रतिशत के दायरे में रखा है।
विश्लेषकों का कहना है कि अन्य सकारात्मक बदलाव कंपनी द्वारा दर्ज की गई 3.3 अरब डॉलर की टोटल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू (टीसीवी) रही, जो 8 तिमाहियों में सर्वाधिक है। वैश्विक चिंताओं और कई वर्टिकलों में मंदी के बावजूद टीसीवी में इजाफा दर्ज किया गया।
शेयरखान बाई बीएनपी पारिबा के शोध प्रमुख संजीव होता ने कहा, ‘अनिश्चित वृहद आर्थिक परिवेश अल्पावधि से मध्यावधि में अच्छे प्रदर्शन की राह प्रभावित कर सकता है, लेकिन इन्फोसिस के लिए अल्पावधि परिदृश्य मजबूत बना हुआ है।’
मोतीलाल ओसवाल के विश्लेषकों ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है, ‘मजबूत सौदों और लागत अनुकूलन परियोजनाओं से इन्फोसिस को बाजार भागीदारी बढ़ाने में लगातार मदद मिलेगी। पिछले 12 महीनों में 10 अरब डॉलर की टीसीवी दर्ज की गई।’