वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही के लिए एक्सेंचर के वित्तीय नतीजों ने विश्लेषकों को काफी उत्साहित कर दिया है क्योंकि कंपनी ने अपने राजस्व अनुमान में वृद्धि की है। साथ ही कंपनी ने कहा है कि उसे आउटसोर्सिंग में दो अंकों की वृद्धि होने की उम्मीद है। इससे पहले कंपनी ने उच्च एकल अंक अथवा निचले दो अंकों में वृद्धि का अनुमान जाहिर किया था।
एक्सेंचर ने स्थानीय मुद्रा में वित्त वर्ष 2022 के अपने राजस्व अनुमान को बढ़ाकर 19 से 22 फीसदी कर दिया जो पहले 12 से 15 फीसदी रहा था। कंपनी ने यह भी कहा है कि प्रौद्योगिकी बदलाव, उथल-पुथल और नई संभावनाओं के सृजन को रफ्तार देने वाला एकमात्र सबसे बड़ा वाहक है। कंपनी के प्रबंधन ने उम्मीद जताई है कि मौजूदा मांग परिदृश्य कई सालों तक बरकरार रहेगा क्योंकि अभी केवल 30 फीसदी कंपनियों ने ही क्लाउड में बदलाव का अपना सफर पूरा किया है। कंपनी का मानना है कि तिमाही के दौरान वृद्धि की रफ्तार उम्मीद से कहीं अधिक थी और इसलिए आगे जबरदस्त मांग की उम्मीद में वह वित्त वर्ष 2022 के अपने अनुमान को बढ़ा रही है।
इस प्रकार की दमदार राजस्व वृद्धि और ऑर्डर बुकिंग न केवल वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही बल्कि वित्त वर्ष 2023 के लिए भी बेहतर रुझान प्रदर्शित करती है।
एडलवाइस ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है, ‘एक्सेंचर के दमदार प्रदर्शन और ठोस टिप्पणी हमारी उस धारणा को बल देती है कि तकनीकी क्षेत्र में ऊपरी चक्र अगले चार-पांच साल तक बरकरार रहेगा। हमारे पसंदीदा लार्जकैप शेयरों में एचसीएल, इन्फोसिस व टीसीएस हैं जबकि मिडकैप में कोफोर्ज, एलटीआई व माइंडट्री और स्मॉलकैप में जेंसर, परसिस्टेंट, बिड़लासॉफ्ट एवं फस्र्टसोर्स शामिल हैं।’
एमके के दीपेश मेहता और मोहित व्यास ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में एक्सेंचर का दमदार राजस्व और वित्त वर्ष 2022 के लिए राजस्व वृद्धि अनुमान में बढ़ोतरी से पता चलता है कि मांग परिदृश्य जबरदस्त है। एक्सेंचर ने यह भी संकेत दिया है कि उसके कई कारोबार के मूल्य निर्धारण में सुधार दिख रहा है जिससे मार्जिन को सहारा मिलेगा।’
एक्सेंचर के नतीजे से यह भी उजागर होता है कि उच्च वृद्धि एवं कर्मचारियों द्वारा कंपनी छोडऩे की दर में वृद्धि के बावजूद वह मार्जिन को बरकरार रखने में सफल रही। एक्सेंचर ने वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में 50,000 से अधिक कर्मचारी जोड़े जबकि वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही में यह आंकड़ा 55,000 रहा था।
जेएम फाइनैंशियल के माणिक तनेजा ने एक नोट में कहा, ‘हालांकि तिमाही वार्षिक आधार पर कर्मचारियों द्वारा कंपनी छोडऩे की दर में ऊंचे आधार के कारण थोड़ी नरमी आई है लेकिन हमारा मानना है कि तिमाही आधार पर व्यापक रूप से वह अपरिवर्तित रही है। इस क्षेत्र में प्रतिभाओं की उल्लेखनीय लागत और दूसरी छमाही में यात्रा लागत की वापसी के बावजूद वित्त वर्ष 2022 के दौरान एसीएन में 10 से 30 आधार अंकों की वृद्धि हो सकती है जो वित्त वर्ष 2021 में 15.1 फीसदी रहा था। हमारा मानना है कि अधिकतर भारतीय प्रौद्योगिकी कंपनियों ने वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में मार्जिन के मोर्चे पर बाजार को अचंभित किया है।’ नोट में कहा गया है कि मार्जिन की रफ्तार निकट भविष्य में बरकरार रहने के आसार हैं।
