शापूरजी पल्लोंजी (एसपी) समूह ने अगले साल की शुरुआत तक ओडिशा के गोपालपुर पोर्ट्स में अपनी पूरी हिस्सेदारी और बुनियादी ढांचा विकास फर्म एफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर में अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचने के लिए निजी इक्विटी (पीई) फर्मों के साथ बातचीत शुरू कर दी है।
जेएसडब्ल्यू पोर्ट्स और अदाणी समूह ने गोपालपुर बंदरगाह का अधिग्रहण करने के लिए लगभग 3,000 करोड़ रुपये की पेशकश की थी, जो समूह की मूल्यांकन अपेक्षाओं के अनुरूप नही थी। इसके बाद निजी इक्विटी और अन्य निवेशकों के साथ बातचीत शुरू की गई है।
घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा कि आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के जरिये एफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर में हिस्सेदारी बेचने की योजना पर भी विचार हो रहा है। एसपी समूह ने ईमेल पर भेजे गए सवालों का जवाब नहीं दिया।
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सूत्र ने कहा कि समूह की प्रमुख शापूरजी पल्लोंजी कंपनी को अगले साल मार्च तक 165 करोड़ रुपये का मूल भुगतान और अगले वित्त वर्ष में 1,035 करोड़ रुपये का अन्य भुगतान करना है तथा वह संपत्ति बिक्री का सौदा अगले साल मार्च से पहले पूरा करना चाहती है।
इस साल जून में 150 साल पुराने इस समूह के प्रवर्तक अरबपति मिस्त्री परिवार ने टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड में साइरस इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट की हिस्सेदारी गिरवी रखकर 14,300 करोड़ रुपये जुटाए थे। समूह के पास अपनी दो निवेश कंपनियों – साइरस इन्वेस्टमेंट्स और स्टर्लिंग इन्वेस्टमेंट्स के जरिये टाटा संस में 18.4 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
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पिछले दो वर्षों में नियंत्रक फर्म अपना कर्ज घटाने के लिए यूरेका फोर्ब्स, स्टर्लिंग और विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी तथा एसपी जम्मू उधमपुर हाईवे में अपनी हिस्सेदारी बेचने में कामयाब रही है। इन संपत्तियों की बिक्री की वजह से फर्म का समेकित ऋण घटकर इस साल जून तक 20,600 करोड़ रुपये रह गया, जो अगस्त 2020 तक 37,170 करोड़ रुपये था।
