अदाणी समूह पर आरोप लगाते हुए खोजी पत्रकारों के एक समूह ने कहा है कि अदाणी परिवार के सहयोगियों की कंपनियों ने समूह के शेयरों में निवेश कर लाखों डॉलर का मुनाफा कमाया। आरोपों के कारण समूह की कंपनियों के शेयर आज 2.2 से 4.4 फीसदी तक टूट गए।
ब्रिटिश अखबारों फाइनैंशियल टाइम्स और द गार्डियन ने ऑर्गनाइज्ड क्राइम ऐंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (ओसीसीआरपी) द्वारा जारी दस्तावेजों के हवाले से कहा कि अदाणी परिवार के सहयोगियों की कंपनियों ने मुनाफा कमाने के लिए समूह के शेयरों का इस्तेमाल किया।
इस खबर के बाद अदाणी की एक कंपनी के अलावा सभी के शेयर लुढ़क गए और समूह का बाजार पूंजीकरण करीब 36,000 करोड़ रुपये कम हो गया। इससे पहले 24 जनवरी को अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने भी अदाणी समूह पर कॉरपोरेट धोखाधड़ी और शेयर भाव में हेरफेर के आरोप लगाए थे, जिसके बाद समूह का बाजार पूंजीकरण 8.4 लाख करोड़ रुपये कम हो गया था।
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इन आरोपों को दुर्भावनापूर्ण और साजिश बताते हुए अदाणी समूह ने कहा कि हिंडनबर्ग मामले में बाजार नियामक सेबी इन आरोपों की जांच पहले ही कर चुका है और इनका कोई भी सबूत उसे नहीं मिला।
उधर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इन आरोपों की जांच संयुक्त संसदीय समिति से कराने की मांग की। विपक्षी गठबंधन इंडिया की बैठक से पहले मुंबई में उन्होंने कहा, ‘जी20 सम्मेलन से पहले भारत की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप क्यों हैं? जांच क्यों नहीं करा रहे?’