माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और मुख्य कार्याधिकारी सत्य नडेला ने आज बेंगलूरु में ‘माइक्रोसॉफ्ट एआई टूर’ कार्यक्रम में 1,100 डेवलपरों और प्रौद्योगिकी क्षेत्र के दिग्गजों को संबोधित करते हुए कहा कि उम्मीद जताई है कि भारत साल 2027 तक ‘गिटहब’ पर सबसे बड़े डेवलपर समुदाय के रूप में अमेरिका से आगे निकल जाएगा। माइक्रोसॉफ्ट के स्वामित्व वाले सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म गिटहब पर भारत पहले से ही सबसे तेजी से बढ़ने वाला बाजार है। 1.32 करोड़ डेवलपर इस प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे हैं।
नडेला ने अत्याधुनिक उत्पादों और समाधानों के निर्माण में भारत के डेवलपर समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में कहा कि अमेरिका के बाद भारत में गिटहब पर दूसरी सबसे अधिक जनरेटिव एआई परियोजनाएं (जेनएआई ) हैं।
नडेला ने कहा ‘भारत सहित हर जगह डेवलपर किस तरह और क्या निर्माण करते हैं, इसे एआई की यह अगली पीढ़ी बदल रही है।’ उन्होंने कहा कि यह देखना शानदार है कि भारत का डेवलपर समुदाय भारत और दुनिया के भविष्य के निर्माण के लिए हमारी तकनीक और उपकरणों को किस तरह लागू कर रहा है।
नडेला ने यह भी कहा कि माइक्रोसॉफ्ट अपने ‘कोड विदाउट बैरियर्स’ कार्यक्रम का विस्तार इस महीने भारत में करेगी, क्योंकि कंपनी का लक्ष्य देश भर में तकनीकी कौशल को लोकतांत्रिक पहुंच प्रदान करना है। इस कार्यक्रम के तहत माइक्रोसॉफ्ट साल 2024 के दौरान भारत में 75,000 महिला डेवलपरों को कौशल और प्रमाणन प्रदान करेगी। यह कार्यक्रम साल 2021 में एशिया प्रशांत के नौ देशों में पेश किया गया था, ताकि तेजी से बढ़ते क्लाउड, एआई और डिजिटल प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में महिला-पुरुष का अंतर कम करने में मदद मिल सके।
कोड विदाउट बैरियर्स कार्यक्रम का यह विस्तार माइक्रोसॉफ्ट द्वारा हाल ही में भारत में की गई डेवलपर और कौशल संबंधी अन्य पहल पर आधारित है। बुधवार को नडेला ने एआई के नए दौर में लोगों और संगठनों को सशक्त बनाने के लिए भारत में माइक्रोसॉफ्ट के नए कौशल निवेश की घोषणा की। इस निवेश से माइक्रोसॉफ्ट अपनी एडवांटा (आई) जीई इंडिया पहल के जरिये 2025 तक भारत में 20 लाख लोगों को कौशल के अवसर मुहैया कराएगी।
इस साल जनवरी में माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी ‘एआई ओडिसी’ पहल के जरिये 1,00,000 डेवलपरों को एआई में अपना करियर आगे बढ़ाने में मदद दी थी। इस पहल ने प्रतिभागियों को नए कौशल सीखकर और माइक्रोसॉफ्ट क्रेडेंशियल अर्जित करके एआई में विषय विशेषज्ञ बनने की दिशा में पहला कदम उठाने की अनुमति दी है। भारत से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने के बाद माइक्रोसॉफ्ट एआई ओडिसी कार्यक्रम का विस्तार ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, जापान, इंडोनेशिया, कोरिया, चीन, वियतनाम और थाईलैंड सहित अन्य एशियाई देशों में भी कर रही है।
नवंबर 2022 में, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने स्टार्टअप्स और उनके इनक्यूबेशन सेल के साथ काम करने के लिए आईआईटी, आईआईएम और बिट्स पिलानी जैसे प्रमुख प्रौद्योगिकी संस्थानों के सहयोग से एज़्योर सोसाइटी ऑफ एक्सीलेंस (एएसई) लॉन्च किया। विशेष कार्यक्रम स्टार्टअप्स को तकनीकी सहायता और सलाह प्रदान करता है, जिससे उन्हें भविष्य के लिए तैयार होने में मदद मिलती है। माइक्रोसॉफ्ट ने एएसई के माध्यम से 1,700 से अधिक भारतीय स्टार्टअप को माइक्रोसॉफ्ट फाउंडर्स हब में सफलतापूर्वक शामिल किया है।
नवंबर 2022 में माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने आईआईटी, आईआईएम और बिट्स पिलानी जैसे प्रमुख प्रौद्योगिकी संस्थानों के सहयोग से एज्यूर सोसाइटी ऑफ एक्सीलेंस (एएसई) पेश किया था।