रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सितंबर 2025 तिमाही के दौरान दूरसंचार एवं डिजिटल सेवा कारोबार के दमदार प्रदर्शन और तेल से लेकर रसायन (ओ2सी) कारोबार में सुधार के कारण आय में वृद्धि दर्ज की। खुदरा कारोबार की आय में तेज वृद्धि की बदौलत दूसरी तिमाही में कंपनी की आय को दम मिला।
तिमाही के दौरान कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 9.7 फीसदी बढ़कर 18,165 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में 16,563 करोड़ रुपये था। मगर वह वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के 26,994 करोड़ रुपये से 32.7 फीसदी कम रहा। ।
आरआईएल का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में ब्लूमबर्ग के लगभग 18,900 करोड़ रुपये के अनुमान से थोड़ा कम रहा। मगर कंपनी की शुद्ध बिक्री ब्लूमबर्ग के लगभग 2.49 लाख करोड़ रुपये के अनुमान से अधिक रही।
कंपनी की समेकित शुद्ध बिक्री चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 10 फीसदी बढ़कर करीब 2.55 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो पहली तिमाही में 2.32 लाख करोड़ रुपये रही थी। शुद्ध बिक्री में एक साल पहले की समान तिमाही के मुकाबले 4.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, ‘रिलायंस ने वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में ओ2सी, जियो और खुदरा कारोबार के दमदार योगदान के बल पर शानदार प्रदर्शन किया। समेकित एबिटा में एक साल पहले के मुकाबले 14.6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई, जो चुस्त कारोबार संचालन, घरेलू बाजार पर केंद्रित पोर्टफोलियो और अर्थव्यवस्था में संरचनात्मक वृद्धि को दर्शाता है।’
वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में कंपनी का कच्चा माल 0.5 प्रतिशत घटकर सालाना आधार पर 1.06 लाख करोड़ रुपये हो गया। रिलायंस समूह की दूरसंचार एवं डिजिटल कारोबार जियो प्लेटफॉर्म्स का मुनाफा 13 फीसदी बढ़कर 7,379 करोड़ रुपये हो गया।