मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने आंध्र प्रदेश में 500 कम्प्रेस्ड बायो-गैस (सीबीजी) संयंत्र लगाने के लिए 65,000 करोड़ रुपये का निवेश समझौता किया है।
शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मामलों के मंत्री नारा लोकेश ने कहा कि राज्य में इस पहली जैव-ईंधन परियोजना की आधारशिला प्रकाशम जिले के कानिगिरि में 28 दिसंबर को रखी जाएगी और तीन साल की अवधि में पूरे राज्य में 500 संयंत्रों की स्थापना होगी। राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू आरआईएल के प्रतिनिधियों और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
यह सीबीजी सेगमेंट के लिए आरआईएल की अब तक की सबसे बड़ी निवेश घोषणा है। गोबरधन (गैल्वनाइजिंग ऑर्गेनिक बायो-एग्रो रिसोर्सेज धन) के आंकड़ों के अनुसार, भारत में मौजूदा समय में 109 चालू सीबीजी/बायो सीएनजी संयंत्र हैं।
500 सीबीजी संयंत्रों से इस सेगमेंट में आरआईएल की पूर्व घोषित योजनाओं में तेजी आएगी। अपनी वित्त वर्ष 2024 की सालाना रिपोर्ट में आरआईएल ने कहा कि उसने उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में पहला वाणिज्यिक सीबीजी संयंत्र शुरू किया है और पूरे भारत में 25 सीबीजी संयंत्रों तक विस्तार करने की योजना है।