रीब्रांडिंग की कवायद के करीब दो साल बाद एजिलस डायग्नोस्टिक्स अब ब्रांड नाम में बदलाव के संबंध में जागरूकता पैदा करने के लिए किए गए मार्केटिंग खर्च को कम करने के मामले में आश्वस्त है। इसे पहले एसआरएल डायग्नोस्टिक्स के रूप में जाना जाता था। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि साल 2024-25 में राजस्व के लगभग चार प्रतिशत के मुकाबले साल 2025-26 में मार्केटिंग पर खर्च कम होकर ढाई से तीन प्रतिशत तक रह जाएगा।
मई 2023 में अपने नाम में बदलाव करने वाली एजिलस डायग्नोस्टिक्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी आनंद के ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही और वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में कुछ और मार्केटिंग खर्च होगा, लेकिन उन्हें लगता है कि आगे चलकर खर्च सामान्य स्तर पर आ जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘हमने साल 2023 के मध्य में ब्रांड में बदलाव किया तथा इसका समूचे विकास और राजस्व पर असर पड़ा है। पिछली दो तिमाहियों में हम बेहतर वृद्धि देख रहे हैं। डॉक्टरों और आम जनता दोनों के बीच जागरूकता पैदा करने पर काफी ज्यादा खर्च किया गया – व्यापक मीडिया अभियानों और समाचार पत्रों आदि के जरिये।’ उन्होंने कहा कि हाल ही में उन्होंने अनिल कपूर को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया है।
वास्तव में वित्त वर्ष 25 में सामान्य खर्च के अलावा 50 करोड़ रुपये का अतिरिक्त मार्केटिंग खर्च हुआ। आम तौर पर एजिलस मार्केटिंग पर राजस्व का तीन से साढ़े तीन प्रतिशत हिस्सा खर्च करती है, जो वित्त वर्ष 25 में करीब चार प्रतिशत तक बढ़ चुका है। हालांकि आनंद को विश्वास है कि बड़े जागरूकता निर्माण की वजह से यह खर्च वित्त वर्ष 26 में कम होकर ढाई से तीन प्रतिशत तक रह जाएगा।
उन्होंने स्वीकार किया कि री-ब्रांडिंग की कवायद के परिणामस्वरूप राजस्व और शुद्ध लाभ दोनों पर असर पड़ा है। वित्त वर्ष 25 में डायग्नोस्टिक्स कारोबार का राजस्व 330 से 372 करोड़ रुपये के बीच रहा है।
आनंद ने कहा, ‘हमने कोई कारोबार नहीं गंवाया है और न ही राजस्व में कमी आई है, लेकिन कुल समूची वृद्धि पर असर पड़ा है। कुछ बड़े सार्वजनिक-निजी-भागीदारी अनुबंधों में भी कमी की गई है और इसका भी असर पड़ा है।’